Nokia ब्रांड के फोन बनाने वाली कंपनी HMD Global का भारत में लेटेस्ट स्मार्टफोन है Nokia 4.2 और इसे बजट सेगमेंट में उतारा गया है। नोकिया 4.2 में कर्व्ड डुअल-ग्लास डिज़ाइन दिया गया है और यह स्टॉक एंड्रॉयड एक्सीपीरियंस से लैस है। इसके अलावा
Nokia 4.2 में डेडिकेटेड गूगल असिस्टेंट बटन दिया गया है। Nokia 4.2 की बिल्ड क्वालिटी अच्छी है और स्टॉक एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर प्रतिस्पर्धा से ऊपर उठने में नोकिया 4.2 की मदद कर सकता है। खासतौर से जब Xiaomi, Realme और Asus बेहतर हार्डवेयर और कम कीमत में ज्यादा फीचर्स से लैस स्मार्टफोन देते हैं। हमने यह जानने के लिए Nokia 4.2 को टेस्ट किया है कि क्या इसे खरीदना आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है या नहीं?
Nokia 4.2 का डिजाइन
नोकिया 4.2 का सबसे महत्वपूर्ण पहलू इसका डिजाइन है, इसने Nokia 6.1 Plus और Nokia 5.1 Plus (रिव्यू) से कुछ एलीमेंट लिए हैं और यह दिखने में आकर्षक लगता है। कुल मिलाकर एस्थेटिक प्रोफाइल क्लीन है विशेष रूप से फोन के ब्लैक वेरिएंट की। हम Nokia 4.2 के इसी ब्लैक वेरिएंट को रिव्यू कर रहे हैं, इसका अलावा इसका ग्लॉस पिंक वेरिएंट भी है।
Nokia 4.2 के फ्रंट और बैक पैनल पर 2.5डी ग्लास है जो इसे प्रीमियम लुक देता है। वहीं, दूसरी ओर आजकल ज्यादातर स्मार्टफोन ग्रेडिएंट फिनिश के साथ आ रहे हैं। फोन के पिछले हिस्से पर डुअल कैमरा मॉड्यूल है, रियर कैमरे के ठीक नीचे फ्लैश और फिंगरप्रिंट सेंसर है। इस फोन का रिम कर्व्ड प्रोफाइल और ग्लॉसी फिनिश के साथ आता है। नोकिया 4.2 की कीमत को देखा जाए तो यह इस कीमत में प्रीमियम लुक देता है।
Nokia 4.2 की लंबाई-चौड़ाई 148.95x71.30x8.39 मिलीमीटर है। नोकिया 41. की प्रोफाइल छोटी है और इसे हाथ में पकड़ना और इस्तेमाल करना आसान है। आपको फोन को हाथ में पकड़ने के बाद एडजस्ट करने की जरूरत नहीं है और ना ही स्क्रीन के हर कोने तक पहुंचने के लिए अपना अंगूठा स्ट्रैच करने की जरूरत है। बता दें कि Nokia 4.2 की बिल्ड क्वालिटी भी अच्छी है।
फोन के बायीं ओर डेडिकेटेड गूगल असिस्टेंट बटन है, यह उन लोगों के लिए काम आ सकता है जो नियमित रूप से वर्चुअल असिस्टेंट का इस्तेमाल करते हैं। इसे एक बार प्रेस करने पर गूगल एआई असिस्टेंट खुल जाएगा तो वहीं डबल प्रेस करने पर एक पेज खुलेगा जिसमें यूज़र की गतिविधि और लोकेशन के आधार पर प्रासंगिक जानकारी और सुझाव होंगे।
फोन के दाहिनी ओर पावर बटन के ठीक ऊपर वॉल्यूम बटन दिया गया है। फोन के बायीं ओर सिम ट्रे है जिसमें दो नैनो-सिम और एक माइक्रोएसडी कार्ड को लगाया जा सकता है। कार्ड की मदद से स्टोरेज को 400 जीबी तक बढ़ाना संभव है। फोन के ऊपरी हिस्से में 3.5 मिलीमीटर हेडफोन जैक और माइक्रोफोन दिया गया है तो वहीं फोन के निचले हिस्से में माइक्रो-यूएसबी पोर्ट, स्पीकर और अन्य माइक्रोफोन है।
Nokia 4.2 निश्चित रूप से प्रीमियम दिखता है लेकिन इसका एक नकारात्मक पहलू भी है। ग्लास रियर पैनल होने की वज़ह से धूल के कण और उंगलियों के निशान पड़ जाते हैं। रिटेल बॉक्स में आपको प्रोटेक्टिव केस भी नहीं मिलेगा इसलिए आपको यह अलग से खरीदना होगा। कुल मिलाकर इस कीमत में Nokia 4.2 सबसे अच्छा दिखने वाले फोन में से एक है। नोकिया 4.2 का केवल एक ही वेरिएंट है जो 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज के साथ आता है और भारतीय मार्केट में इसकी कीमत 10,990 रुपये है।
Nokia 4.2 स्पेसिफिकेशन और फीचर्स
नोकिया 4.2 ना केवल प्रीमियम लुक देता है बल्कि इसकी बिल्ड क्वालिटी भी अच्छी है। आइए अब बात करते हैं Nokia 4.2 के स्पेसिफिकेशन की। फोन में 5.71 इंच का एचडी + (720x1520 पिक्सल) डिस्प्ले है जो वाटरड्रॉप नॉच के साथ आता है। इसका आस्पेक्ट रेशियो 19: 9 और पिक्सल डेनसिटी 270 पिक्सल प्रति इंच है।
नोकिया 4.2 में ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 439 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है। मल्टीटास्किंग के लिए 3 जीबी रैम दिए गए हैं। प्रोसेसर थोड़ा निराश कर सकता है वो भी तब जब इसी कीमत में या इससे कम कीमत में आने वाले स्मार्टफोन पावरफुल प्रोसेसर जैसे कि स्नैपड्रैगन 660 और मीडियाटेक हीलियो पी70 चिपसेट से लैस हैं ।
अगर आप बजट थोड़ा बढ़ाएंगे तो आपको स्नैपड्रैगन 675 या स्नैपड्रैगन 710 प्रोसेसर से लैस फोन भी मिल जाएंगे। Nokia 4.2 में पिछले हिस्से पर दो कैमरे हैं। प्राइमरी सेंसर 13 मेगापिक्सल का है। यह ऑटोफोकस लेंस एफ /2.2 अपर्चर वाला है। इसके साथ जुगलबंदी में 2 मेगापिक्सल का सेंसर काम करेगा। सेल्फी के लिए 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है जिसका अपर्चर एफ /2.0 होगा।
बोकेह मोड, पैनारोमा और टाइम-लैप्स को छोड़कर कोई भी मज़ेदार कैमरा फीचर नहीं है। Nokia 4.2 के डिफॉल्ट कैमरा ऐप में एआर स्टीकर्स, स्लो-मो वीडियो रिकॉर्डिंग और नाइट मोड जैसे फीचर्स नहीं है। सॉफ्टवेयर की बात करें तो नोकिया 4.2 स्मार्टफोन गूगल के एंड्रॉइड वन प्रोग्राम का हिस्सा है और यह एंड्रॉयड 9 पाई पर चलता है। हमारा रिव्यू यूनिट फरवरी 2019 सिक्योरिटी पैच पर चल रहा है।
चूंकि फोन एंड्रॉयड पाई पर चल रहा है तो आपको डिजिटल वेलबींग, अडैप्टिव बैटरी, अडैप्टिव ब्राइटनेस और नेविगेशन जेस्चर जैसे फीचर्स भी मिलेंगे। एंबियंट डिस्प्ले एक अन्य उपयोगी फीचर है जो बिना स्क्रीन को खोले इनकमिंग मैसेज, कॉल और अलार्म के लिए नोटिफिकेशन दिखाता है। नोकिया 4.2 फेस अनलॉक फीचर से लैस तो है लेकिन यह विश्वसनीय नहीं है और ना ही तेज़ी से काम करता है। वहीं दूसरी ओर, फिंगरप्रिंट सेंसर ठीक काम करता है और एक सेकेंड के भीतर फोन को अनलॉक कर देता है।
Nokia 4.2 में ब्लोटवेयर नहीं है और ना ही हमें फोन में कोई विज्ञापन दिखाई दिए। प्रतिद्धंदी हैंडसेट की तुलना में नोकिया 4.2 के साथ एक बड़ा लाभ यह है कि इसे ओएस अपडेट का आश्वासन दिया गया है। इस फोन के लिए एंड्रॉइड क्यू (Android Q) और एंड्रॉइड आर (Android R) को भी आने वाले समय में रोल आउट किया जाएगा। साथ ही फोन को तीन साल तक सिक्योरिटी अपडेट भी मिलेंगे। फोन के व्यूइंग एंगल भी कुछ खास अच्छे नहीं हैं।
Nokia 4.2 की परफॉर्मेंस, कैमरा और बैटरी लाइफ
आइए सबसे पहले बात करते हैं नोकिया 4.2 के डिस्प्ले की। Nokia 4.2 में 5.71 इंच का एचडी + डिस्प्ले है, टेक्स्ट शार्प और वीडियो कंटेंट भी अच्छा से दिखता है। फोन को दिन की रोशनी में यदि बाहर इस्तेमाल किया जाए तो रिफ्लेक्टिवनेस एक समस्या है। सूरज की रोशनी में रीडिंग स्वीकार्य थी। हालांकि, डार्क बैकग्राउंड वाली तस्वीरें और वीडियो देखना मुश्किल था।
हर कोई ऐसा फोन चाहता है जिसका डिस्प्ले बेहतर हो और वह हाई रिजॉल्यूशन और चौड़े व्यूइंग एंगल से लैस हो। Nokia 4.2 की एक अच्छी बात यह है कि इसमें ऑटोमैटिक ब्राइटनेस एडजस्टमेंट के लिए अडैप्टिव ब्राइटनेस फीचर है। इसके अलावा रात में स्क्रीन को देखने में किसी तरह की समस्या ना हो इसके लिए नाइट लाइट मोड भी दिया गया है।
स्टॉक एंड्रॉयड पर चलाने के बावजूद हमें नोकिया 4.2 थोड़ा धीमा लगा। हमें उम्मीद है कि इसकी परफॉर्मेंस को तेज़ बनाया जाएगा। ऐप लोड होने में अपना समय लेते हैं। उदाहरण के लिए, जब अन्य ऐप बैकग्राउंड में चल रहे हो तो WhatsApp और ट्विटर में कीबोर्ड खुलने में कुछ समय लेता है।
जब बात गेमिंग की हो तो स्नैपड्रैगन 439 प्रोसेसर इतना ज्यादा सक्षम नहीं है लेकिन हमने फिर भी इसे टेस्ट करने के लिए फोन में गेम को खेलकर देखा। हमने Temple Run और कैंडी क्रश जैसी गेम्स को खेलकर देखा और यह स्मूथ चली लेकिन हेवी गेम जैसे कि PUBG Mobile को लो-ग्राफिक्स पर रखकर खेला लेकिन फिर भी यह लोड होने में समय लेता है।
Asphalt 9: Legends खेलते समय हमें लगा कि फोन थोड़ा धीमा हो गया था। हमने इसी कीमत में आने वाले Redmi Note 7 और Realme 3 को भी देखा है और जब गेमिंग की बात आती है तो ये फोन बेहतर परफॉर्म करते हैं। एक बात तो स्पष्ट है कि यदि आप नियमित रूप से गेम खेलना चाहते हैं तो Nokia 4.2 आपके लिए नहीं है।
अब बात करते हैं कि नोकिया 4.2 की कैमरा परफॉर्मेंस की। दिन की रोशनी में ली गई तस्वीरें अच्छी आईं लेकिन तस्वीर में शार्पनेस और एज डिटेल की कमी लगी। नेचुरल लाइट में खींची गई तस्वीरें क्रिस्प आईं और डायनामिक रेंज़ भी औसत से ऊपर थी। मैक्रो शॉट्स में कलर सही से कैप्चर हुए, ग्रेडिएंट सही से दिखे लेकिन हमें Realme 3 और Redmi Note 7 से बेहतर रिजल्ट मिले थे।
इसके अलावा Nokia 4.2 में एआर स्टीकर्स, सीन मोड और आर्टिस्टिक बोकेह या लाइटिंग इफेक्ट ना होने की वज़ह से आपको निराशा जरूर होगी। इस फोन में लो-लाइट मोड भी नहीं है इसलिए यह आश्चर्यजनक नहीं था कि अंधेरे में ली गई तस्वीरों में नॉयस और ग्रेनी टेक्स्चर दिखाई दिए। अब बात फ्रंट कैमरे की। सेल्फी कैमरे से खींची गई तस्वीरें नेचुरल लगी। फोन सब्जेक्ट और बैकग्राउंड को अलग रखने के साथ-साथ ब्लर इफेक्ट भी अप्लाई करता है। लेकिन तस्वीरों में शार्पनेस की कमी लगी। आप तस्वीर खींचते समय बोकेह इफेक्ट की इंटेंसिटी को एडजस्ट कर सकते हैं।
एक वैकल्पिक ब्यूटीफिकेशन फिल्टर है जो आंखों को बड़ा करने, जॉलाइन को पतला करने और त्वचा को स्मूथनिंग करने का काम करता है। यह फोन गूगल लेंस के साथ आता है जो आसानी से वस्तुओं की पहचान कर लेता है। भले ही यह पहचान धीमी गति से करता है लेकिन ज्यादातर परिणाम सटीक थे।
जब वीडियो की बात आती है तो फ्रंट और रियर दोनों कैमरे फुल-एचडी और एचडी रिज़ॉल्यूशन पर वीडियो रिकॉर्ड करने में सक्षम हैं, लेकिन फ्रेम रेट या आस्पेक्ट रेशियो को एडजस्ट करने का कोई तरीका नहीं है। वीडियो की क्वालिटी की बात करें तो यह औसत है। कलर्स सही से दिखते हैं लेकिन फोकस लॉक करते समय थोड़ी परेशानी हुई।
Nokia 4.2 के साथ दो प्रमुख परेशानियां हैं जो यूज़र को निराश कर सकती हैं। फोकस लॉक करते समय फोन को थोड़ी परेशानी होती है जिस वज़ह से फोटो की क्वालिटी पर इसका असर दिखता है। दूसरी बड़ी परेशानी यह है कि फोन थोड़ा धीमा हो जाता है। इससे पहले कि कैमरा फिर से फोकस लॉक करने की कोशिश करता हमें अक्सर कुछ सेकेंड तक रुकना पड़ता था और शटर बटन को कई बार टैप करना पड़ता था। यह परेशानी फ्रंट और रियर दोनों कैमरे के साथ हुई।
यह जांचने के लिए कि क्या ये परेशानी हमारे रिव्यू यूनिट में पुराने सॉफ्टवेयर की वज़ह से हो रही है तो हमने दूसरे नोकिया 4.2 फोन पर टेस्ट किया जो मई 2019 सिक्योरिटी पैच पर चल रहा था लेकिन हमें फिर भी फोकस लॉक की समस्या हुई।
3,000 एमएएच की बैटरी इस फोन में जान फूंकने का काम करती है जो मुश्किल से पूरा दिन चल पाती है। हमने कुछ फोन कॉल किए, सोशल मीडिया ऐप का इस्तेमाल किया, थोड़ी देर वेब ब्राउजिंग की, YouTube पर कुछ वीडियो देखी और करीब 30 मिनट तक गेम खेली, केवल इतना ही नहीं प्रोडक्टिविटी ऐप का भी इस्तेमाल किया। बैटरी की क्षमता निश्चित रूप से निचली तरफ है।
हमारे एचडी वीडियो बैटरी लूप टेस्ट में फोन ने केवल 10 घंटे और 13 मिनट तक साथ दिया। चार्जिंग स्पीड की बात करें तो रिटेल बॉक्स में आने वाला चार्जर फोन को पूरी तरह से चार्ज करने में ढाई घंटे से अधिक समय लेता है। Nokia 4.2 में फास्ट चार्जिंग सपोर्ट नहीं है। लगभग 30 मिनट खेलने पर 10-15 प्रतिशत बैटरी की खपत हुई थी। नोकिया 4.2 थोड़ा गर्म भी हो जाता है।
हमारा फैसला
नोकिया 4.2 निश्चित रूप से अच्छा लगता है और कई लोगों इसके स्टॉक एंड्रॉयड अनुभव की भी सराहना करेंगे। पॉवर बटन के चारों ओर नोटिफिकेशन एलईडी भी बखूबी ढंग से दी गई है, इसके अलावा फोन में कोई भी ऐसे फायदे नहीं है जिन्हें बताया जा सके। Nokia 4.2 में पावरफुल प्रोसेसर नहीं है, साथ ही इसकी कैमरा परफॉर्मेंस भी कुछ खास नहीं है। कैमरा ऐप में कई ऐसे फीचर्स भी नहीं है जो ग्राहकों को चाहिए होते हैं। 10,990 रुपये की कीमत इस फोन के लिए बहुत ज्यादा है।
नोकिया 4.2 के हार्डवेयर स्पेसिफिकेशन और कुल मिलाकर इसके एक्सपीरियंस के आधार पर बात की जाए तो प्रतिद्धंदी हैंडसेट
Redmi Note 7 (
रिव्यू) और
Realme 3 (
रिव्यू) के मुकाबले में नोकिया 4.2 ज्यादा पावरफुल नहीं है। इसके अलावा
Asus ZenFone Max Pro M2 (
रिव्यू),
Realme 3 Pro (रिव्यू) और
Redmi Note 7 Pro (
रिव्यू) भी अच्छे विकल्प हैं जिन्हें खरीदना फायदे का सौदा हो सकता है।