लेनेवो ग्रुप के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट चेन शूडॉन्ग ने कुछ दिन पहले मोटोरोला ब्रांड के लिए कंपनी की रणनीति का खुलासा किया था। शूडॉन्ग ने कहा था कि
अब सभी मोटोरोला फोन 5 इंच के डिस्प्ले के साथ आएंगे। इस ब्रांड के तहत अब कोई भी हैंडसेट 4.7 इंच डिस्प्ले वाला नहीं होगा। शूडॉन्ग के इस बयान के आधार पर डिजिटल ट्रेंड्स के साथ कई पब्लिकेशन ने यह दावा किया कि लेनेवो लोकप्रिय हैंडसेट
मोटो ई या
मोटो जी को बंद कर सकती है।
अब मोटोरोला ने इन दावों को खारिज किया है और पुष्टि की कि मोटो ई और मोटो जी हैंडसेट को बंद नहीं किया जाएगा। मोटोरोला के एक अधिकारी ने
वर्ज से कहा है कि शूडॉन्ग के बयान को गलत समझा या। ऐसा नहीं होने वाला। मोटोरोला के एक प्रतिनिधि ने कहा, ''हम मोटोरोला और लेनेवो के पोर्टफोलियो को ज्यादा सरल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी अपने सबसे लोकप्रिय मोटो जी हैंडसेट या फिर मोटो ई को बंद करने की कोई योजना नहीं है।"
दरअसल मोटोरोला द्वारा मोटो ई या मोटो जी को बंद करने के कयासों को उस वक्त हवा मिली जब कंपनी के एक ब्लॉग पोस्ट में जोर देकर कहा गया कि मोटोरोला और लेनेवो अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को ज्यादा सुलझाना चाहती है। अब सभी प्रोडक्ट मोटो और वाइब ब्रांड के तहत पेश किए जाएंगे।
कंपनी की नई रणनीति मुताबिक, अब मोटो ब्रांडिंग का इस्तेमाल हाई-एंड डिवाइस के लिए किया जाएगा और वाइब का बजट सेगमेंट के लिए। आपको बता दें कि चीन की टेक्नोलॉजी कंपनी लेनेवो ने 2014 में गूगल से मोटोराला को खरीदा था। अब कंपनी ने इसे नई पहचान देने की योजना बनाई है। इसे आने वाले दिनों में मोटो बाय लेनेवो "Moto by Lenovo" के नाम से जाना जाएगा।
लेनेवो के शूडॉन्ग ने यह भी खुलासा किया कि 2016 में लॉन्च होने वाले सभी मोटोराला स्मार्टफोन फिंगरप्रिंट स्कैनर से लैस होंगे। उनके इस दावे पर मोटोरोला ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।