इसमें कोई शक नहीं है कि आज की तारीख में कई बजट और मिड-रेंज स्मार्टफोन कम कीमत में शानदार स्पेसिफिकेशन के साथ आते हैं। प्रतिस्पर्धा में बने रहने के मकसद में मोबाइल निर्माता कंपनियों पर भी लगातार कम कीमत वाले हैंडसेट पेश करने का दबाव बना रहता है। इसका मतलब यह भी है कि कई कंपनियां अब इस खास प्राइस रेंज में ज्यादा कुछ नया नहीं देना चाहती हैं। हालांकि, एलजी ने अपने लेटेस्ट एक्स स्क्रीन स्मार्टफोन के जरिए कुछ नया पेश करने की कोशिश की है। ज्ञात हो कि यह हैंडसेट डुअल डिस्प्ले से लैस है।
लॉन्च इवेंट के दौरान हम
एलजी एक्स स्क्रीन से रूबरू हुए। आइए हम आपसे इसका अनुभव साझा करते हैं। यह डिवाइस ब्लैक, व्हाइट, पिंक और गोल्ड कलर में उपलब्ध होगा। हमें ब्लैक कलर वेरिेएंट के साथ कुछ वक्त बिताने का मौका मिला। नए एलजी एक्स के फ्रंट पैनल पर एक नहीं दो स्क्रीन हैं। इसके अलावा यह हैंडसेट 'ऑल्वेज ऑन डिस्प्ले' फ़ीचर से लैस है।
एलजी एक्स स्क्रीन को हाथों में लेने पर सबसे पहले यह एहसास हुआ कि फोन कितना हल्का है। मात्र 120 ग्राम, इस लिहाज से एलजी एक्स स्क्रीन अपने सेगमेंट के अन्य स्मार्टफोन से कहीं बेहतर है। एलजी एक्स स्क्रीन में 4.93 इंच का प्राइमरी डिस्प्ले है। मुख्य टीएफटी एलसीडी डिस्प्ले एचडी 720x1280 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन वाला है। एचडी डिस्प्ले बेहद ही वाइब्रेंट है और ब्राइट कलर्स आउटपुट देता है।
एक्स स्क्रीन का दूसरा डिस्प्ले 1.76 इंच का है और इसका रिज़ॉल्यूशन 80x520 पिक्सल है। इसमें अन्य फोन की तुलना में छोटा स्क्रीन होने के कारण बैटरी की खपत कम होगी। सेकेंडरी स्क्रीन मुख्य डिस्प्ले के ऊपर है।
दूसरे स्क्रीन के लिए अच्छी बात यह है कि इसे आसानी से एक्सेस किया जा सकता है। इस फोन में साउड प्रोफाइल, वाई-फाई, फ्लैशलाइट और एसओएस के लिए चार क्विक टूल्स दिए गए हैं।
एलजी ने लॉन्च इवेंट में बताया कि एक्स स्क्रीन एसओएस फ़ीचर के साथ लॉन्च होने वाला भारत का पहला स्मार्टफोन है। आपको तो पता ही होगा कि अगले साल से भारत में हर फोन एसओएस फ़ीचर (पैनिक बटन) के साथ आएंगे। एलजी एक्स स्क्रीन में दूसरे डिस्प्ले के जरिए एसओएस फ़ीचर को एक्सेस किया जा सकता है, या पावर बटन को क्रम में पांच बार दबाने पर भी इसे एक्सेस करना संभव है। एलजी के मुताबिक, एसओएस मोड अपने आप ही हैंडसेट यूज़र द्वारा तय किए गए आपातकालीन कॉन्टेक्ट को अलर्ट भेज देता है। अफसोस की बात यह है कि एक्टिव सिम कार्ड नहीं होने के कारण हम फोन के इस फ़ीचर को टेस्ट नहीं कर पाए।
एलजी एक्स स्क्रीन के साथ बिताए गए सीमित समय में हमें लगा कि इसका दूसरा स्क्रीन बड़े काम का है। यह यूज़र का वक्त बचाने के काम आएगा। इसके अलावा ऑल्वेज ऑन स्क्रीन हमेशा आपके नाम या अन्य टेक्स्ट को डिस्प्ले करेगा।
हैंडसेट का रियर हिस्सा ग्लास का है। पहली झलक में हमें एलजी नेक्सस 4 की याद आ गई। फ़र्क यह है कि एलजी एक्स स्क्रीन में प्लेन ग्लास है जबकि नेक्सस 4 ग्लॉसी डिजाइन के साथ आता है। हैंडसेट में दायीं तरफ पावर बटन और हाइब्रिड सिम स्लॉट हैं। यूज़र एक वक्त में दो नैनो सिम कार्ड या एक नैनो सिम कार्ड और माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर सकते हैं। बायीं तरफ वॉल्यूम बटन है। 3.5 एमएम ऑडियो जैक, चार्जिंग पोर्ट और स्पीकर ग्रिल निचले हिस्से में हैं।
फोन एंड्रॉयड 6.0 मार्शमैलो पर आधारित एलजी के कस्टम स्किन के साथ आता है। एलजी एक्स स्क्रीन का इंटरफेस बेहद ही सरल और आसान है। हमें किसी भी फ़ीचर को खोजने में दिक्कत नहीं हुई। होम स्क्रीन पर डायलर, मैसेजेज, कैमरा, गैलरी और क्रोम को जगह दी गई है। एलजी ने इस फोन में कैपेसिटिव बटन की जगह ऑन-स्क्रीन नेविगेशन बटन का इस्तेमाल किया है।
पुराने एलजी डुअल सिम फोन की तरह इसमें भी यूज़र के पास एक ऑन स्क्रीन बटन है जिसके जरिए वे आसानी से सिम मैनेजमेंट सेटिंग तक पहुंच सकते हैं। इसमें 1.2 गीगाहर्ट्ज़ क्वाड-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 410 चिपसेट के साथ 2 जीबी रैम दिया गया है। इनबिल्ट स्टोरेज 16 जीबी है।
हैंडसेट में 2 टीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। एलजी एक्स स्क्रीन के साथ बिताए सीमित समय में हमने पाया कि यह मल्टी-टास्किंग को आसानी से हैंडल करता है।
13 मेगापिक्स के रियर कैमरे ने आम इंडोर लाइटिंग में ठीक-ठाक तस्वीरें ली। कम रोशनी की तस्वीरों को औसत से थोड़ा बेहतर कहा जा सकता है। हम 8 मेगापिक्सल के फ्रंट कैमरे से अच्छी क्वालिटी की सेल्फी लेने में कामयाब रहे। कैमरा ऐप में रियर कैमरे के लिए आपको कई मोड और विकल्प मिलेंगे। हमने पाया कि रियर कैमरे ने तेजी से फोकस किया जो इसकी एक और खासियत है। हालांकि, हमें एलजी एक्स स्क्रीन स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस और कैमरा क्वालिटी जानने के लिए विस्तृत रिव्यू का इंतज़ार करना होगा।
आखिरी विचारपहली नज़र में एलजी एक्स स्क्रीन की कीमत 12,990 रुपये थोड़ी ज्यादा लग सकती है, खासकर इस रेंज के शानदार स्पेसिफिकेशन वाले फोन से तुलना की जाए तो। फुल-एचडी की जगह एचडी डिस्प्ले का इस्तेमाल इसका नकारात्मक पक्ष है। और इस सूची में फिंगरप्रिंट स्कैनर को भी शामिल करना होगा। लेकिन फोन का 'ऑल्वेज ऑन सेकेंड' स्क्रीन फ़ीचर वाहवाही बटोरने में कामयाब होगा। इसके अलावा एसओएस मोड भी एक गौर करने लायक फ़ीचर है।
हमारा मानना है कि एलजी के नए एक्स स्क्रीन के लिए सबसे बड़ी चुनौती मोटो जी4 प्लस और शाओमी रेडमी नोट 3 जैसे पॉपुलर हैंडसेट को पछाड़ पाना है। भारतीय मार्केट में एलजी एक्स स्क्रीन की परफॉर्मेंस जानने के लिए हमें थोड़ा इंतज़ार करना होगा।