Honor ने अपने पिटारे से भारतीय ग्राहकों के लिए एक और बजट स्मार्टफोन निकाला है। Honor 9N हैंडसेट बीते साल के
Honor 9 Lite (
रिव्यू) का अपग्रेड है। बदलाव छोटे हैं, लेकिन इन्हें नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। डिस्प्ले में नॉच का इस्तेमाल हुआ है। सेल्फी कैमरा 16 मेगापिक्सल का हो गया है। यह ग्लास बैक, डुअल रियर कैमरा सेटअप, 19:9 डिस्प्ले और आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड 8.0 ओरियो के साथ आता है।
भारत में Honor 9N की कीमत 11,999 रुपये से शुरू होती है। इसकी सीधी भिड़ंत
Asus ZenFone Max Pro M1,
Oppo Realme 1 (
रिव्यू) और
Moto G6 (
रिव्यू) जैसे हैंडसेट से है। क्या Honor के इस नए स्मार्टफोन में बजट सेगमेंट में अपनी अलग पहचान बनाने का दम है? आइए जानते हैं...
Honor 9N डिज़ाइन
पहली नज़र में हॉनर 9एन का डिज़ाइन सबसे पहले ध्यान आर्कषित करता है। बैक पैनल ग्लास का बना है और यह ग्लॉसी फिनिश के साथ आता है। हॉरीजॉन्टल डुअल कैमरा बैकपैनल के सतह के बाहर नहीं निकला हुआ है। एंटीना लाइन छिपा हुआ है। इन वजहों से बैक पैनल बेहद ही साफ-सुथरा लगता है।
5.84 इंच के डिस्प्ले में टॉप पर नॉच है जो काफी छोटा है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि डिस्प्ले नॉच को लेकर ग्राहकों के बीच एक राय नहीं है। इसलिए हॉनर ने सेटिंग्स मेन्यू में डिस्प्ले नॉच को छिपाने का भी विकल्प दिया है। दरअसल, इसकी मदद से यूज़र नॉच के अगल-बगल वाले हिस्से को काला कर सकते हैं।
स्मार्टफोन बेहद ही कॉम्पेक्ट है। एक हाथ से इस्तेमाल करने के लिए बना है। घुमावदार किनारे और कर्व्ड साइड के कारण यह डिवाइस हाथों में अच्छा एहसास देता है। लेकिन यह आसानी से फिसलता भी है। ग्लॉसी ग्लास बैक के कारण इस पर उंगलियों के निशान भी पड़ जाते हैं। बिल्ड क्वालिटी तारीफ योग्य है। फोन हाथों में मजबूती का एहसास देता है। रिव्यू के दौरान यह कई बार गिरा, लेकिन इसे कुछ नहीं हुआ।
रियर हिस्से पर मौज़ूद फिंगरप्रिंट सेंसर तेज़ी से काम करता है और सटीक भी है। इसका इस्तेमाल तस्वीरें लेने, फोन कॉल उठाने और नोटिफिकेशन पैनल को स्लाइड करने के लिए भी किया जा सकता है। अच्छी बात यह है कि फिंगरप्रिंट सेंसर से इन गेस्चर्स का इस्तेमाल किसी भी उंगली से संभव है। सिर्फ उस उंगली से नहीं जिसे डिवाइस की सिक्योरिटी के लिए रजिस्टर किया गया है।
Honor 9N के बायें हिस्से पर सिम ट्रे के लिए जगह है। यहां आपको दूसरे नैनो सिम और माइक्रोएसडी कार्ड में से एक को चुनना होगा। दायें हिस्से पर वॉल्यूम और पावर बटन हैं। ये हमारी पसंद से थोड़े छोटे हैं, लेकिन इन तक पहुंचने में दिक्कत नहीं होती।
फोन के निचले हिस्से पर माइक्रो-यूएसबी पोर्ट है। इसके साथ 3.5 एमएम हेडफोन जैक और एक लाउड स्पीकर भी है। डेटा ट्रांसफर और चार्जिंग के लिए यूएसबी टाइप-सी पोर्ट नहीं देखकर निराशा हुई। अब यूएबी टाइप-सी पोर्ट को चलन में लाने लगा है और वक्त आ चुका है कि हॉनर को इस हार्डवेयर फीचर को अपने बजट हैंडसेट का हिस्सा बनाना चाहिए।
Honor 9N स्पेसिफिकेशन और डिस्प्ले
Honor 9N में हॉनर के भरोसेमंद किरिन 659 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है। यही प्रोसेसर
Honor 7X (
रिव्यू), Honor 9 Lite,
Honor 9i (
रिव्यू) में भी इस्तेमाल हो चुका है। स्मार्टफोन के तीन वेरिएंट हैं जो अलग-अलग प्राइस सेगमेंट को छूते हैं। शुरुआती वेरिएंट 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज वाला है जिसकी कीमत 11,999 रुपये हैं। हमने 13,999 रुपये वाले वेरिएंट को रिव्यू किया है जो 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज के साथ आता है। फोन का तीसरा वेरिएंट 17,999 रुपये का है जो 4 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज के साथ आता है। बता दें कि 31 जुलाई को होने वाली पहली सेल में हॉनर 9एन का 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वेरिएंट उपलब्ध होगा। कंपनी ने बाकी वेरिएंट के उपलब्धता के बारे में अभी कुछ नहीं बताया है।
Honor 9N में 3,000 एमएएच की बैटरी है। यह एंड्रॉयड 8.0 ओरियो पर आधारित ईएमयूआई 8.0 पर चलता है। कनेक्टिविटी के लिए हैंडसेट में वाई-फाई 802.11एसी, ब्लूटूथ 4.2, जीपीएस, ग्लोनास, 4जी वीओएलटीई, माइक्रो-यूएसबी पोर्ट और 3.5 एमएम हेडफोन जैक शामिल हैं। एनएफसी के लिए सपोर्ट नहीं है। इसमें एक वक्त पर दो सिम इस्तेमाल किए जा सकते हैं, लेकिन एक ही 4जी नेटवर्क पर काम करेगा।
Honor 9N में 5.84 इंच का फुल-एचडी+ आईपीएस डिस्प्ले है जो 19:9 आस्पेक्ट रेशियो वाला है। फ्रंट पैनल पर स्क्रीन का बोलबाला है। लेकिन यह पूरी तरह बिना बॉर्डर वाली स्क्रीन नहीं है। निचले हिस्से पर अभी भी काफी बेज़ल है। डिस्प्ले इस फोन की अहम खासियतों में से एक है। व्यूइंग एंगल बेहद ही सटीक है और पैनल ब्राइट, विविड व पंची है। 19:9 आस्पेक्ट रेशियो गेमिंग और मल्टीमीडिया अनुभव को बेहतर बनाता है।
Honor 9N परफॉर्मेंस, सॉफ्टवेयर और बैटरी लाइफ
देखा जाए तो किरिन 659 प्रोसेसर थोड़ा पुराना है। यह आज की तारीख में लाए गए क्वालकॉम के मि़ड-रेंज प्रोसेसर को पावर और क्षमता के लिहाज से चुनौती नहीं दे सकता। Honor 9N आम टास्क को आसानी से हैंडल करता है, जैसे वेब ब्राउजिंग और सोशल मीडिया एप्लिकेशन। लेकिन दबाव डालने पर यह पिछड़ जाता है। बैकग्राउंड में कई ऐप्स खुले होने या क्रोम में दर्जनों टैब खुले होने पर, हमें थोड़े कमज़ोर प्रोसेसर की कमी खटकी। हमें कई बार कीबोर्ड लैग का एहसास हुआ। रिव्यू के दौरान फोन कभी-कभार धीमा भी पड़ा। आज की तारीख में बजट फोन ज़्यादा पावरफुल होते जा रहे हैं, ऐसे में हॉनर 9एन का धीमा पड़ जाना निराश करता है। हमारे अनुभव में सबवे सर्फर्स जैसे गेम ठीक चले। लेकिन एस्फाल्ट 8 जैसे गेम में फ्रेमरेट गिरने की शिकायत मिली।
दबाव डाले जाने पर स्मार्टफोन गर्म भी हो गया। लेकिन इतना नहीं कि परेशानी महसूस हो। कॉल क्वालिटी क्रिस्प और क्लियर थी। 4जी कनेक्टिविटी भी बेहद ही मजबूत रही। Honor 9N में फेस रिकग्निशन सपोर्ट है और यह 16 मेगापिक्सल के फ्रंट कैमरे से संभव हो पाता है। ज्यादातर परिस्थितियों में यह ठीक काम करता है। अच्छी रोशनी में तो यह झट से फोन को अनलॉक कर देता है। लेकिन सूरज की सीधी रोशनी और अपर्याप्त रोशनी में इसे दिक्कत होती है।
Honor 9N आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड 8.0 ओरियो पर चलता है। इसके ऊपर हुवावे ईएमयूआई 8.0 कस्टम स्किन का इस्तेमाल हुआ है। फिलहाल, इस फोन को एंड्रॉयड पी अपडेट दिए जाने के बारे में कुछ नहीं बताया गया है। पुराने वर्ज़न की तुलना में EMUI अब ज्यादा बेहतर रिस्पॉन्स देता है। Huawei का दावा है कि EMUI 8.0 वर्ज़न EMUI 5.1 की तुलना में 60 प्रतिशत ज्यादा फास्ट है। लेकिन यह अब भी स्टॉक एंड्रॉयड या ऑक्सीज़न ओएस जितना तेज़ नहीं है।
फेसबुक मैसेंजर, ट्रूकॉलर और नेटफ्लिक्स जैसे ऐप फोन में पहले से इंस्टॉल हैं। अच्छी बात यह है कि इन्हें अनइंस्टॉल किया जा सकता है। सच कहें तो हॉनर 9एन में दिए गए अनचाहे ऐप की संख्या निराश करने वाली है।
Honor 9 Lite की तरह हॉनर ब्रांड के इस फोन की बैटरी लाइफ बेहद ही औसत है। हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में Honor 9N की बैटरी 8 घंटे 40 मिनट तक चली। यह इस मार्केट सेगमेंट के औसत प्रदर्शन से भी कम है। आम इस्तेमाल में हमने पाया कि रात 9-10 बजते ही फोन को चार्ज करने की ज़रूरत हो जाती थी। यहां इस्तेमाल से हमारा मतलब है, दो-तीन घंटे के लिए गूगल मैप्स चलाना। दिन भर व्हाट्सऐप, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया ऐप पर एक्टिव रहना, कुछ देर के लिए एस्फाल्ट 8 गेम खेलना और कभी-कभार सेल्फी व वीडियो के लिए कैमरे को भी यूज़ करना। फास्ट चार्जिंग सपोर्ट नहीं है। फोन की बैटरी को फुल-चार्ज में करीब ढाई घंटे लग जाते हैं।
Honor 9N कैमरे
Honor 9N में डुअल रियर कैमरा सेटअप है। प्राइमरी सेंसर 13 मेगापिक्सल का है और सेकेंडरी सेंसर 2 मेगापिक्सल का। साथ में एलईडी फ्लैश भी दिया गया है। फ्रंट पैनल पर 16 मेगापिक्सल का सेंसर है।
कैमरा ऐप को समझदारी के साथ बनाया गया है। इसमें प्रो मोड भी है जहां यूज़र को शटर स्पीड, आईएसओ, एक्सपोज़र, अपर्चर और व्हाइट बैलेंस को नियंत्रित करने की सुविधा मिलती है। एआर स्टीकर्स मज़ेदार हैं और समय बर्बाद करने का अच्छा ज़रिया भी। इसे फ्रंट और रियर कैमरे से इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
उपयुक्त रोशनी में रियर कैमरा औसत से बेहतर क्वालिटी की तस्वीरें लेता है। तस्वीरें ठीक-ठाक डिटेल के साथ आती हैं और कलर्स भी सटीक रहते हैं। वाइड अपर्चर मोड में आप (एफ/0.95 - एफ/13) के बीच अपर्चर तय कर सकते हैं। ऐसा तस्वीरें लेने से पहले या बाद में करना संभव है। हालांकि, वाइड अपर्चर मोड में ली गई तस्वीरों को देखकर ऐसा लगा, मानो फोटोशॉप करने की कोशिश खराब हो गई। तस्वीरें औसत क्वालिटी की भी नहीं आईं। एज डिटेक्शन बेहद ही औसत थी।
कम रोशनी में कैमरे की परफॉर्मेंस बेहद ही खराब है। फोटो में डिटेल की कमी है और ये ज़रूरत से ज़्यादा शार्प लगती है। नॉयज़ की भी झलक मिलती है और फोन फोकस करने में भी धीमा रहता है। फ्रंट कैमरे का भी हाल कुछ ऐसा ही है। यह कम रोशनी में पिछड़ता है और उपयुक्त रोशनी में ठीक-ठाक तस्वीरें लेता है। ब्यूटी मोड भी है जो 10 लेवल की ब्यूटीफिकेशन देता है और यह ठीक-ठाक काम करता है। फ्रंट कैमरे से आप बोकेह शॉट भी ले सकते हैं। यह सॉफ्टवेयर अल्गोरिदम के ज़रिए संभव होता है। इस मोड में तस्वीरें बेहद ही औसत क्वालिटी की आती हैं और ब्लर इफेक्ट तो कई बार काम नहीं करता।
आप फ्रंट और रियर कैमरे से 1080 पिक्सल रिजॉल्यूशन तक के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। रिकॉर्ड किए गए वीडियो की क्वालिटी बेहद ही औसत है और इनमें डिटेल की कमी साफ झलकती है, खासकर रात में। इलेक्ट्रॉनिक इमेज स्टेबलाइज़ेशन नहीं होने के कारण फुटेज शेकी लगते हैं।
हमारा फैसलाHonor 9N एक कॉम्पेक्ट स्मार्टफोन है जो वाइब्रेंट डिस्प्ले, नए डिज़ाइन और आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड 8.0 ओरियो के साथ आता है। कलर वेरिएंट बेहद ही रोचक हैं, खासकर रॉबिन एग ब्लू। वहीं, बैटरी लाइफ बेहद ही औसत है। परफॉर्मेंस औसत से भी कम है। ईएमयूआई बिखरा सा लगता है और कम रोशनी में कैमरे निराश करते हैं।
अगर आपको अच्छे डिस्प्ले वाला स्लीक फोन चाहिए तो हॉनर 9एन का शुरुआती वेरिएंट फायदे का सौदा साबित होगा। बाकी वेरिएंट थोड़े ज्यादा महंगे हैं और इन्हें हम आपको खरीदने का सुझाव नहीं दे सकते। अगर आप इस प्राइस सेगमेंट का ही फोन तलाश रहे हैं तो
Redmi Note 5 Pro (
रिव्यू) एक बेहतरीन हरफनमौला डिवाइस है और Asus ZenFone Max Pro M1 पूरी तरह से फायदे का सौदा है। Oppo का Realme 1 भी एक अच्छा विकल्प है। यह ज़्यादा पावरफुल प्रोसेसर के साथ आता है, लेकिन इसमें फिंगरप्रिंट सेंसर नहीं है।