एंड्रॉयड गो पर चलने वाले स्मार्टफोन को बाज़ार में आने में भले ही अभी देरी हो लेकिन गूगल वर्चुअल असिस्टेंट के हल्के वर्ज़न 'गूगल असिस्टेंट गो' ने दस्तक दे दी है। कंपनी ने यह वर्ज़न खास तौर से कम रैम वाले फोन के लिए बनाया है। यूजर अब गूगल असिस्टेंट गो ऐप को गूगल प्लेस्टोर पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। यह ऐप वर्तमान में अंग्रेजी, फ्रेंज, जर्मन, इतालवी, जापानी, पुर्तगाली, स्पैनिश और थाई जैसी अंतरराष्ट्रीय भाषाओं को सपोर्ट करता है। गूगल असिस्टेंट ऐप के हालिया बदलावों को देखते हुए कहा जा सकता है कि असिस्टेंट गो ऐप जल्द ही हिंदी को भी सपोर्ट करने लगेगा। यह ऐप गूगल के फाइल्स गो, जीबोर्ड गो, गूगल गो, मैप्स गो और
यूट्यूब गो जैसे ऐप लॉन्च करने के ठीक महीनेभर बाद आया है।
असिस्टेंट गो के ज्यादा फीचर गूगल के अपने असिस्टेंट ऐप जैसे ही हैं। इस ऐप की मदद से यूज़र जल्द फोन लगा सकेंगे, मैसेज भेज सकेंगे, संगीत बजा सकेंगे, जगहें खोज सकेंगे और आगामी कार्यक्रमों व मौसम की जानकारी जैसे सवालों के जवाब कुछ सेकंडों के भीतर पा सकेंगे। गूगल असिस्टेंट को इस्तेमाल करने के लिए आपको इसका होम बटन टच करने के बाद दबाए रखना होगा। साथ ही आप गूगल सर्च बार पर जाकर माइक्रोफोन बटन को टैप कर इसे प्रयोग में ला पाएंगे।
गूगल द्वारा जारी
सपोर्ट पेज में बताया गया कि नया असिस्टेंट गो ऐप कंपनी के पिछले असिस्टेंट ऐप से कई मायनों में अलग है। रिपोर्ट में जिक्र है कि गूगल असिस्टेंट गो आपके फोन में कम जगह घेरता है, और डेटा भी कम खर्च करता है। साथी ही कहा गया है कि असिस्टेंट गो में रिमाइंडर, ऐक्शन ऑन गूगल, और डिवाइस ऐक्सन जैसे फीचर यूज़र को नहीं मिलेंगे। साथ ही यह नया ऐप 'ओके गूगल' और 'हे गूगल' के हैंडफ्री ऐक्टिवेसन से लैस होकर नहीं आया है।
गूगल प्ले की
लिस्टिंग से साफ है कि नया असिस्टेंट गो ऐप एंड्रॉयड 8.0 ओरियो और उसके बाद के वर्जन पर चलने वाले स्मार्टफोन में ही इस्तेमाल किया जा सकेगा। हालांकि, हम आपको बता दें कि खबर लिखे जाने तक गूगल असिस्टेंट गो ऐप हमारे यहां उपलब्ध एंड्रॉयड ओरियो डिवाइस पर इंस्टॉल नहीं किया जा सका। ऐसा लगता है कि कंपनी ने इसे शुरुआती तौर पर एंड्रॉयड ओरियो (गो एडिशन) डिवाइस में ही दिया है, जो अभी तक बाज़ार में लॉन्च नहीं हुई हैं।
हाल में एंड्रॉयड ओरियो (गो एडिशन) पर आधारित सस्ते स्मार्टफोन उतारने को लेकर मीडियाटेक ने जियो के साथ हुई साझेदारी की
जानकारी दी थी। इसके अलावा
एचएमडी ग्लोबल और
माइक्रोमैक्स जैसी कंपनियां भी अपने गो एडिशन डिवाइस लाने को लेकर खबरों में रह चुकी हैं। खैर, जब भी यह स्मार्टफोन बाज़ार में आएंगे, सस्ता होने के बावजूद एक तरह के एंड्रॉयड का अनुभव यूज़र को मिलेगा।