तीन सिम वाले फोन आम नहीं हैं, लेकिन कई बार ऐसी परिस्थितियां आती हैं जब इसकी ज़रूरत महसूस होती है। आप खराब कनेक्टिविटी को देखते हुए कई टेलीकॉम कंपनियों के सिम को एक बार इस्तेमाल करना चाहेंगे, या फिर किसी और वजह से अलग-अलग नंबर रखना चाहें, या फिर रेगुलर इस्तेमाल में कोई बदलाव किए बिना सफर के दौरान स्थानीय सिम पास रखना चाहें।
कूलपैड उन चुनिंदा स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों में से है जिसने तीन सिम वाला स्मार्टफोन पेश किया है। हम बात कर रहे हैं
कूलपैड मेगा 3 की। मज़ेदार बात यह है कि इसकी कीमत 7,000 रुपये से कम है। इसका मतलब है कि कंपनी के लिए प्रतिस्पर्धा से भरे मार्केट में हैंडसेट को एक अलग पहचान देने में दिक्कत नहीं होगी। दूसरी तरफ, कम दाम वाले फोन आम तौर पर एक-दो मामले में ही ठीक होते हैं। ग्राहक के तौर पर आपको कई डिपार्टमेंट में समझौता करना पड़ता है।
गौर करने वाली बात है कि मेगा 3 को
कूलपैड मेगा 2.5डी लॉन्च करने के कुछ ही दिनों बाद पेश किया गया है। लेकिन दोनों की कीमत लगभग एक जैसी है। मेगा 2.5डी का नाम इसके कर्व्ड-एज ग्लास फ्रंट पर पड़ा था और ऐसा लगता है कि मेगा 3 का नाम तीन सिम वाले फ़ीचर पर रखा गया है। आइए यह जानने की कोशिश करते हैं कि इस अनोखे फ़ीचर के साथ फोन बाकी डिपार्टमेंट में कैसा है?
कूलपैड मेगा 3 डिज़ाइनयह थोड़ा बड़ा और मोटा फोन है। 170 ग्राम को वज़नदार ही माना जाएगा। चौंकाने वाली बात है कि कूलपैड इस फोन की मार्केटिंग कम वज़न को लेकर कर रही है जबकि यह आम फोन की तुलना में थोड़ा वज़नदार है। यह पूरी तरह से प्लास्टिक बॉडी वाला फोन है और बैटरी रीमूवेबल है। बनावट ऐसी है कि फोन आसानी से हथेली में बैठ जाता है। लेकिन रियर हिस्सा हाथों में अच्छा एहसास नहीं देता है। एक हाथ से इस्तेमाल करना उतना भी आसान नहीं है, लेकिन यह हाथों में फिसलता नहीं है।
हमें व्हाइट कलर वेरिएंट रिव्यू के लिए मिला था। इसमें मेगा 2.5डी की तरह कर्व्ड ग्लास का इस्तेमाल नहीं हुआ है। आपको फ्रंट कैमरे के साथ एक फ्लैश नज़र आएगा। वहीं, निचले हिस्से में एंड्रॉयड नेविगेशन बटन नज़र आएंगे जो बैकलिट नहीं हैं। निचले हिस्से में माइक्रो-यूएसबी पोर्ट है और 3.5 एमएम ऑडियो सॉकेट टॉप पर।
रियर पैनल को हटाने के बाद आपको तीन माइक्रो-सिम स्लॉट नज़र आएंगे। बैटरी को आप हटा नहीं सकेंगे। अगर आप ध्यान से देखेंगे तो नीचे की तरफ आपको एक माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट नज़र आएगा। यह अच्छी बात है, क्योंकि इन दिनों डुअल सिम फोन भी हाइब्रिड स्लॉट के साथ आने लगे हैं।
बजट फोन के तौर पर कुल मिलाकर बनावट ठीक है। यह दिखने में सबसे अच्छा फोन नहीं है, लेकिन आपको कहीं तो समझौता करना पड़ेगा।
कूलपैड मेगा 3 स्पेसिफिकेशन और फ़ीचर5.5 इंच स्क्रीन का रिज़ॉल्यूशन 720x1280 पिक्सल है जो बिल्कुल भी बुरा नहीं है। अच्छी बात यह है कि इन दिनों हर बजट फोन इस रिज़ॉल्यूशन वाले डिस्प्ले के साथ आते हैं। शार्पनेस और व्यूइंग एंगल काफी अच्छे हैं। आपको वीडियो देखने में दिक्कत नहीं होगी। दिन की रोशनी में स्क्रीन पर पढ़ने में थोड़ी दिक्कत होगी।
मीडियाटेक एमटी6737 प्रोसेसर बहुत पावरफुल नहीं है। सर्वाधिक क्लॉक स्पीड 1.2 गीगाहर्ट्ज़ की है। आपको 2 जीबी रैम के साथ 16 जीबी की स्टोरेज मिलेगी। आप 64 जीबी तक माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर सकेंगे। कंपनी ने बैटरी के मामले में दिलदारी दिखाई है। आपको 3050 एमएएच की बैटरी मिलेगी। संभवतः इस वजह से फोन का वज़न ज़्यादा है।
दोनों ही कैमरे के सेंसर 8 मेगापिक्ल के हैं। कूलपैड मेगा 3 में आपको वाई-फाई ए/बी/जी/एन, ब्लूटूथ, एफएम रेडियो और जीपीएस फ़ीचर मिलेंगे। तीनों ही सिम स्लॉट 4जी और वॉयस ओवर एलटीई फ़ीचर से भी लैस हैं। इसमें कोई फिंगरप्रिंट सेंसर है और क्विक चार्जिंग के लिए सपोर्ट नहीं मौज़ूद है।
सॉफ्टवेयर की बात करें तो फोन एंड्रॉयड 6.0 मार्शमैलो पर आधारित कूलपैड के कूलयूआई 8.0 स्किन पर चलेगा। कूलपैड के इस फोन में कई ऐप पहले से इंस्टॉल मिलेंगे। कूलपैड के ऐप बहुत ज़्यादा पर्मिशन मांगते हैं, हमारा मानना है कि यह ज़रूरत से ज़्यादा है।
कूलपैड मेगा 3 परफॉर्मेंसकूलपैड मेगा 3 कहीं से भी बुरा फोन नहीं है, लेकिन आपको तुरंत ही एहसास हो जाएगा कि फोन बहुत पावरफुल नहीं है। आप यह तय नहीं कर पाएंगे कि यह कमज़ोर प्रोसेसर की वजह से है या वज़नदार सॉफ्टवेयर।
हालांकि, वीडियो प्ले होने में दिक्कत नहीं हुई। डिस्प्ले बड़ा है और शार्प भी। इसकी मदद से वीडियो देखने का मज़ा शानदार रहेगा। चौंकाने वाली बात है कि असफाल्ट 8 को भी चलने में दिक्कत नहीं हुई। फोन का एक स्पीकर बहुत बढ़िया नहीं है।
हमें कभी भी फोन के बहुत ज़्यादा गर्म होने का एहसास नहीं हुआ। इस फोन का वाइब्रेटर बहुत ही लाइड और हार्श है।
फ्रंट और रियर पैनल पर 8 मेगापिक्सल के सेंसर हैं। लेकिन क्वालिटी में बहुत फ़र्क है। दिन की रोशनी में रियर कैमरा अच्छे क्लोज़अप शॉट लेता है। इनमें डिटेल की कोई कमी नहीं थी। हालांकि, सब्जेक्ट से दूरी बढ़ते ही क्वालिटी गिरने लगती है। लैंडस्केप शॉट से आप निराश होंगे। इनमें डिटेल की बेहद ही कमी थी। इंडोर में लिए गए शॉट में नॉयज़ ज़्यादा थे। रात में ली गई तस्वीरें या तो पूरी तरह से काली आईं, या डिटेल के बिना।
फ्रंट कैमरा ने अच्छी सेल्फी ली। हालांकि, इसमें रोशनी का भी अहम रोल था। आप सर्वाधिक 720 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन वाले वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। इनकी क्वालिटी इस्तेमाल करने योग्य थी।
बैटरी लाइफ बेहतरीन थी। वीडियो लूप टेस्ट में बैटरी 10 घंटे 11 मिनट तक चली। आम इस्तेमाल में यह आसानी से एक दिन तक चल गई। हालांकि, बैटरी को चार्ज करने में बहुत समय लगा।
हमारा फैसलाजब एक सस्ते फोन में किसी ख़ास फ़ीचर की बात होती है तो आमतौर पर इसका मतलब है कि बाकी फ़ीचर में समझौता किया जाएगा। कूलपैड मेगा 2.5डी में लुक प्राथमिकता थी, लेकिन परफॉर्मेंस के हिसाब फोन हर डिपार्टमेंट में पिछड़ गया। इस बार कूलपैड ने मेगा 3 में अनोखा फ़ीचर तो दिया ही है, साथ में परफॉर्मेंस में भी समझौता नहीं किया गया है।
कैमरा परफॉर्मेंस और बेहतर हो सकती है। सीपीयू थोड़ा कमज़ोर है। सॉफ्टवेयर को थोड़ा साफ-सुथरा करने की ज़रूरत है। लेकिन यह एक बजट फोन है ऐसे में हमने इससे बहुत ज़्यादा उम्मीदें नहीं पाली हैं। दूसरी तरफ, डिस्प्ले क्वालिटी, बैटरी लाइफ और डिज़ाइन अच्छी है।
इस कीमत में मेगा 3 की सीधी भिड़ंत शाओमी रेडमी 3एस से है जिसमें ज़्यादा पावरफुल प्रोसेसर, बेहतर कैमरा और बड़ी बैटरी है। अगर आप थोड़े और पैसे खर्चने को तैयार हैं तो 8,999-9,999 रुपये रेंज वाले फोन से ज़्यादा संतुष्ट होंगे। हालांकि, मेगा 3 में आप तीन सिम एक साथ इस्तेमाल कर सकेंगे। अगर आप यह फ़ीचर बेहद ही पसंद है तो बाकी कमियों को नज़रअंदाज करने में दिक्कत नहीं होगी।