दुनिया भर में लोकप्रिय वीडियो स्ट्रीमिंग साइट YouTube ने क्रिएटर्स को फायदा पहुंचाने के लिए YouTube Shorts से अधिक रकम देने का नया तरीका शुरू किया है। इसका उद्देश्य TikTok को टक्कर देना है। Google के मालिकाना हक वाली इस स्ट्रीमिंग सर्विस ने बताया कि वह अपने Shorts वीडियो फीचर पर ऐडवर्टाइजिंग शुरू करेगी और वीडियो क्रिएटर्स को रेवेन्यू का 45 प्रतिशत देगी।
YouTube के अन्य वीडियोज पर ऐड रेवेन्यू का लगभग 55 प्रतिशत डिस्ट्रीब्यूट किया जाता है।
TikTok के पास क्रिएटर्स के लिए लगभग एक अरब डॉलर का फंड है। हेयरस्टाइलिस्ट और यूट्यूब क्रिएटर Kris Collins ने Shorts से क्रिएटर्स को रेवेन्यू की पेशकश करने की प्रशंसा की है। YouTube को पिछले कुछ वर्षों से TikTok से कड़ा मुकाबला मिल रहा है। इस ऐप के पास लगभग एक अरब मंथली यूजर्स हैं। टिकटॉक की टक्कर में लगभग दो वर्ष पहले यूट्यूब ने एक मिनट तक के वीडियो वाला Shorts फीचर शुरू किया था। इसके 1.5 अरब से अधिक मंथली यूजर्स हो गए हैं।
New York Times की रिपोर्ट के अनुसार, YouTube की रेवेन्यू को शेयर करने की नई योजना काफी बड़ी है और इसका मुकाबला करना टिकटॉक के लिए मुश्किल होगा। पिछले सप्ताह एक रिपोर्ट में बताया गया था कि एक YouTube एक नई ऐड पॉलिसी को टेस्ट कर रही है जिसमें फ्री यूजर्स को एक के बाद एक पांच विज्ञापन दिखाए जा रहे हैं। अभी तक यूट्यूब के फ्री यूजर्स को एक साथ ज्यादा से ज्यादा दो
विज्ञापन दिखाए जाते थे। एक साथ पांच विज्ञापन दिखाए जाने की जानकारी सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने दी है। हालांकि, ऐसा लग रहा है कि यह बदलाव सीमित संख्या में फ्री यूजर्स पर टेस्ट किया जा रहा है।
इस बारे में यूट्यूब की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है। इस वजह से यह कह पाना मुश्किल है कि आने वाले समय में सभी फ्री यूजर्स को इस तरह विज्ञापनों दिखाए जाएंगे या नहीं। Twitter पर कुछ यूजर्स ने बताया है कि उन्हें YouTube पर एक के बाद एक पांच विज्ञापन दिखाई दे रहे हैं। निश्चित तौर पर ये विज्ञापन फ्री यूजर्स को दिख रहे हैं। इस तरह की शिकायत करने वालों की संख्या कम होने से अनुमान लगाया जा सकता है कि इसे कुछ यूजर्स तक सीमित रखा गया है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)