कोरोना वायरस (Corona) के बढ़ते मामले एक बार फिर से डराने लगे हैं। राजधानी दिल्ली में भी केस बढ़ रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि राजधानी में कोरोना के जो मामले सामने आए हैं, उनमें 48 फीसदी मामलों में XBB1.16 वैरिएंट पाया गया है। केजरीवाल ने बताया कि XBB1.16 वैरिएंट तेजी से फैलता है। यह उन लोगों को भी चपेट में ले सकता है, जो पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हैं। ऐसे में यह समझना जरूरी हो जाता है कि नया कोविड (Covid-19) वायरस कितना खतरनाक है।
एनडीटीवी के
मुताबिक, दिल्ली में
कोविड की स्थिति के बारे में बोलते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टेस्ट किए गए 48 फीसदी सैंपल्स में कोविड का XBB1.16 पाया गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस का XBB1.16 वैरिएंट बीमारी के उछाल को बढ़ा सकता है।
आइए अलग-अलग पॉइंट्स में XBB1.16 वायरस को समझते हैं।
जानकारी के अनुसार, इस वैरिएंट की खोज जनवरी में की गई थी। मेडिकल बॉडी INSACOG के आंकड़ों के अनुसार, इस वैरिएंट के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र और गुजरात में पाए गए हैं। दोनों राज्यों में 164 केस मिले हैं। वहीं, तेलंगाना में 93 और कर्नाटक में 86 मामले पाए गए हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुताबिक, XBB1.16 वैरिएंट तेजी से फैलता है, लेकिन गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता। चिंता की बात सिर्फ यह है कि यह वैरिएंट बीमारी के उछाल को बढ़ा सकता है।
XBB1.16 वैरिएंट की वजह से महाराष्ट्र में इस महीने की शुरुआत में एक्टिव केसों की संख्या 5 दिनों में दोगुनी हो गई थी। अच्छी बात यही है कि इस वैरिएंट के लक्षण बहुत गंभीर नहीं होते। लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती।