तेजी से डिजिटल हो रही दुनिया के आगे अब सबसे बड़ी चुनौती ऑनलाइन स्कैम हैं। आए दिन लोग ऑनलाइन ठगी के शिकार होते हैं और अपनी महनत की कमाई गंवा देते हैं। एडवांस हो रही टेक्नोलॉजी का फायदा उठाते हुए स्कैमर्स लोगों को ठगने के नए-नए टूल और तरीकों को इजाद करते हैं। अब, एक जांच में 76 हजार फर्जी बेवसाइट का पता लगाया गया है, जो ऑनलाइन डिजाइनर शॉप होने का दिखावा करती हैं और इनके जरिए लाखों लोगों के बैंक कार्ड डिटेल्स को चुरा चुकी हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि यह नेटवर्क चीन के फुजियान प्रांत से शुरू हुआ है। इस नेटवर्क में कई डेवलपर्स और डेटा हार्वेस्टर शामिल हैं, जिन्हें बाकायदा चाइनीज बैंकों के जरिए सैलेरी भी दी जाती है।
गार्जियन और दो अन्य पब्लिकेशन ने मिलकर एक
रिपोर्ट जारी की है, जिसमें 76,000 ऐसी वेबसाइटों का खुलासा किए जाने की जानकारी दी गई है, जो फर्जी हैं और यूरोप और अमेरिका में 8 लाख से अधिक लोगों के बैंक कार्ड डिटेल्स को चुराने में कामयाब रही हैं। ये कथित तौर पर चीन से चलाया जा रहा नकली ऑनलाइन डिजाइनर दुकानों का एक बड़ा नेटवर्क है, जिनका एकमात्र मकसद लोगों के बैंक कार्ड डिटेल्स के साथ अन्य संवेदनशील पर्सनल
डेटा चुराना है। इंस्टीट्यूट के अनुसार, यह अपनी तरह के सबसे बड़े घोटालों में से एक है।
ये स्कैमर्स बेहद संगठित ग्रुप चला रहे हैं, जिसमें तकनीकी रूप से समझदार डेवलपर्स और मैनेजमेंट काम करता है। यह नेटवर्क कथित तौर पर चीन के फुजियान प्रांत में शुरू हुआ। जांच में पता लगाया गया है कि कई IP (इंटरनेट प्रोटोकॉल) एड्रेस चीन में पाए गए हैं, जिनमें से कुछ पुतिन और फूजौ के फुजियान शहरों में स्थित हैं। ग्रुप में कई डेवलपर्स और डेटा हार्वेस्टर हैं, जिन्हें चीनी बैंकों के जरिए सैलेरी भी दी जाती है।
जांच में लिखा गया है, 'रोजगार कॉन्ट्रैक्ट के लिए तीन टेम्पलेट भी थे, जहां नियोक्ता को फूजौ झोंगकिंग नेटवर्क टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड के रूप में लिस्ट किया गया है।' इन शॉप्स का खुलासा जर्मन साइबर सिक्योरिटी कंसल्टेंसी सिक्योरिटी रिसर्च लैब्स (SR Labs) द्वारा किया गया था, जिसने बाद में गार्जियन के साथ डेटा शेयर किया।
यह
स्कैम प्रोग्रामर द्वारा फर्जी ऑनलाइन स्टोर बनाने से शुरू हुआ है जो Nike, Hugo Boss, Dior, Versace, Prada सहित कई अन्य पॉपुलर लक्जरी ब्रांड्स पर डील्स पेश करते हैं। इस तरह के डील्स देने वाली सबसे पहली फर्जी वेबसाइट 2015 की है। रिपोर्ट से पता चलता है कि इन वेबसाइटों को अंग्रेजी, जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश, स्वीडिश और इतालवी सहित कई भाषाओं में लॉन्च किया गया है।
Hugo Boss, Versace और Clarks जैसे ब्रांड की नकली ऑनलाइन शॉप
Photo Credit: via The Guardian
पिछले तीन वर्षों में, इस बड़े स्कैम में 10 लाख से अधिक ऑर्डर प्रोसेस किए गए हैं। ये संवेदनशील पर्सनल जानकारी और बैंकिंग डिटेल्स शेयर करने के लिए खरीदारों को लुभाते हैं, जिसके चलते अक्सर ग्राहकों को वे आइटम्स नहीं मिलते हैं जिनके लिए उन्होंने पेमेंट किया हो। इतना ही नहीं, डेटा की जांच से यह भी पता चला है कि इस अवधि के दौरान ये स्कैमिंग ग्रुप लगभग 50 मिलियन यूरो (करीब 45 लाख रुपये) लूटने में कामयाब रहा। अनुमानित 800,000 व्यक्ति इस घोटाले का शिकार हुए हैं, जिनमें से अधिकांश अमेरिका और यूरोप में स्थित हैं।