रूस की धमकी, यूक्रेन को मदद जारी रखने पर नष्ट किए जाएंगे अमेरिका के सैटेलाइट्स 

रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका और उसके सहयोगी देशों पर एक "खतरनाक और हिंसक" खेल में अन्य देशों पर अपनी शर्तें थोपने का आरोप लगाया है

विज्ञापन
Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 28 अक्टूबर 2022 16:08 IST
ख़ास बातें
  • रूस ने कहा है कि वह अमेरिका के कमर्शियल सैटेलाइट्स को निशाना बना सकता है
  • युद्ध में अमेरिका लगातार यूक्रेन की मदद कर रहा है
  • रूस पर कई देशों ने कड़े प्रतिबंध लगाए हैं

रूस ने अमेरिका पर दबदबा बढ़ाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है

पिछले कई महीनों से जारी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में हस्तक्षेप करने का अमेरिका को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका और उसके सहयोगी देशों पर एक "खतरनाक और हिंसक" खेल में अन्य देशों पर अपनी शर्तें थोपने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही अमेरिका को चेतावनी दी गई है कि अगर वह इस युद्ध में यूक्रेन को मदद जारी रखता है तो उसके कमर्शियल सैटेलाइट्स को निशाना बनाया जा सकता है। 

रूस की फॉरेन मिनिस्ट्री में डिप्टी डायरेक्टर, Konstantin Vorontsov ने संयुक्त राष्ट्र से कहा है कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश पश्चिमी दबदबे को बढ़ाने के लिए स्पेस का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना था कि अगर अमेरिका ऐसा करना जारी रखता है तो रूस उसके सैटेलाइट्स को नष्ट कर सकता है। रूस ने अपने पहले सैटेलाइट, Sputnik 1 को 1957 में अंतरिक्ष में भेजा था। इसके दो वर्ष बाद रूस ने पहले व्यक्ति को अंतरिक्ष के बाहरी हिस्से में पहुंचाया था। पिछले वर्ष रूस ने अपने सैटेलाइट्स में से एक को नष्ट करने के लिए एक एंटी-सैटेलाइट मिसाइल दागी थी। 

अमेरिका को चेतावनी देते हुए रूस की फॉरेन मिनिस्ट्री की प्रवक्ता Maria Zakharova ने कहा कि अमेरिका को 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के दौरान अपनाए गए रवैये को बरकरार रखना चाहिए, जब रूस और अमेरिका ने परमाणु टकराव से बचने का फैसला किया था। उन्होंने कहा कि अमेरिका की ओर से यूक्रेन को मदद जारी रखने पर दो सबसे बड़ी परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच सीधा सैन्य टकराव हो सकता है, जिसके भयानक परिणाम होंगे।

इस महीने की शुरुआत में रूस ने एक छोटा मिलिट्री सैटेलाइट लॉन्च किया था। इस ‘रहस्‍यमयी' सैटेलाइट का क्‍या मकसद है, इस बारे में जानकारी नहीं मिली है। इस महीने रूस ने कम से कम तीन ऑर्बिटल मिशन अंतरिक्ष में भेजे हैं। रूस की ये कोशिशें यूक्रेन युद्ध में दबदबा बढ़ाने के लिए हो सकती हैं। यूक्रेन पर हमला करने की वजह से बहुत से देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। इस वजह से बहुत सी इंटरनेशनल कंपनियों ने रूस में अपना बिजनेस समेट दिया है। इनमें मर्सिडीज बेंज, निसान और टोयोटा जैसी बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियां शामिल हैं।  
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Bitcoin में गिरावट का रिस्क, Standard Chartered ने आधा किया प्राइस का टारगेट
  2. Vivo X300 सीरीज की सेल आज से शुरू, बंपर डिस्काउंट के साथ 1 साल की एक्सटेंड वारंटी और ऐसे फायदे
#ताज़ा ख़बरें
  1. Bitcoin में गिरावट का रिस्क, Standard Chartered ने आधा किया प्राइस का टारगेट
  2. Starlink क्या है, कैसे करता है काम? भारत में इसकी कीमत से लेकर फायदे–कमियों तक, यहां समझें सब कुछ
  3. Vivo X300 सीरीज की सेल आज से शुरू, बंपर डिस्काउंट के साथ 1 साल की एक्सटेंड वारंटी और ऐसे फायदे
  4. Xiaomi 17 के इंटरनेशनल मार्केट में लॉन्च की तैयारी, NBTC पर हुई लिस्टिंग
  5. Realme 16 Pro सीरीज का लॉन्च कंफर्म, बड़ी बैटरी, धांसू कैमरा से होगी लैस!
  6. मात्र 199 रुपये में Gemini 3 Pro का एक्सेस, Gmail, Photos के लिए 200GB स्टोरेज, जानें क्या है Google का गजब प्लान
  7. Hero MotoCorp ने Ola Electric को पीछे छोड़ा, Bajaj दूसरे नंबर पर, जानें कौन रहा टॉप पर?
  8. Amazon भारत में लाएगी 14 लाख नौकरियां! बड़े निवेश की घोषणा
  9. जापान के पास है भूकंप अलर्ट सिस्टम, पहले ही कर देता है लोगों को सचेत, क्या भारत में भी है ऐसी सुविधा?
  10. Poco X8 Pro जल्द होगा भारत में लॉन्च, BIS वेबसाइट पर लिस्टिंग
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.