बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल Tata Motors का अनुमान है कि लोकसभा चुनाव के कारण इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में पैसेंजर व्हीकल्स की डिमांड पर असर पड़ सकता है। लोकसभा चुनाव अप्रैल से मध्य से शुरू हुए थे और जून की शुरुआत में मतगणना के साथ समाप्त होंगे।
एक मीडिया
रिपोर्ट में टाटा मोटर्स के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर, P B Balaji के हवाले से बताया गया है कि डिमांड के आकलन के लिए कंपनी चुनाव के समाप्त होने का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव का देश में पैसेंजर व्हीकल्स की डिमांड पर असर पड़ता है। इससे पहले फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने कहा था कि चुनाव को लेकर अनिश्चितता से इस महीने ऑटोमोबाइल कंपनियों की बिक्री घट सकती है। इस वित्त वर्ष में पैसेंजर व्हीकल्स की सेल्स में ग्रोथ घटकर लगभग पांच प्रतिशत रह सकती है। हालांकि, Balaji को उम्मीद है कि दूसरी छमाही में सेल्स में ग्रोथ में बढ़ोतरी होगी।
टाटा मोटर्स के पैसेंजर व्हीकल्स (EV सहित) की इंटरनेशनल होलसेल्स पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 15 प्रतिशत बढ़ी है। इस अवधि में कंपनी ने 1,55,651 यूनिट्स की
बिक्री की है। कंपनी की यूनिट Jaguar Land Rover की इंटरनेशनल होलसेल्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 16 प्रतिशत बढ़कर 1,10,190 यूनिट्स की रही है। चौथी तिमाही में Jaguar की होलसेल्स 13,528 यूनिट्स और Land Rover की 96,662 यूनिट्स की थी। इसमें चीन में Chery Automobiles के साथ ज्वाइंट वेंचर की होलसेल्स शामिल नहीं है। Chery Automobiles की सेल्स 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 1,10,190 यूनिट्स की थी। टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल्स और Tata Daewoo की होलसेल्स 6 प्रतिशत घटकर 1,11,591 यूनिट्स थी।
कंपनी की तमिलनाडु में एक फैक्टरी लगाने की योजना है। इस फैक्टरी में Jaguar Land Rover (JLR) ब्रांड के तहत लग्जरी कारों की मैन्युफैक्चरिंग की जाएगी। पिछले फाइनेंशियल ईयर में भारत में JLR की बिक्री में 81 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस फैक्टरी में एक अरब डॉलर का इनवेस्टमेंट किया जा सकता है। इससे पहले टाटा मोटर्स और JLR ने JLR के इलेक्ट्रिफाइड मॉड्यूलर आर्किटेक्चर (EMA) प्लेटफॉर्म की लाइसेंसिंग के लिए एग्रीमेंट किया था। इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल टाटा मोटर्स के आगामी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में किया जाएगा।