पिछले कुछ दिनों से भारी एयर पॉल्यूशन से जूझ रही दिल्ली में चार वर्ष के बाद ऑड-ईवन व्हीकल रूल को लागू किया जाएगा। दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एयर पॉल्यूशन बहुत अधिक बढ़ जाने की वजह से इस रूल को दिवाली के बाद से लागू किया जाएगा। राजधानी में वीकेंड पर AQI वीकेंड पर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया था।
ऑड-ईवन रूल 13 नवंबर से 20 नवंबर तक लागू होगा। पिछली बार इस
रूल को 2019 में लागू किया गया था। इसका उद्देश्य व्हीकल्स से होने वाले पॉल्यूशन को घटाना है। इसमें वैकल्पिक दिनों पर ऑड या ईवन नंबर्स के साथ समाप्त होने वाले रजिस्ट्रेशन के साथ
व्हीकल्स को सड़क पर लाने की अनुमति होगी। दिल्ली के एनवायरमेंट मिनिस्टर, गोपाल राय ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया, "दिल्ली में 13-20 नवंबर तक ऑड-ईवन स्कीम लागू की जाएगी। इससे व्हीकल्स से होने वाले इमिशन को घटाने में आसानी हो सकती है।" इससे पहले राय ने केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को पत्र लिखकर राजधानी में ऐसे व्हीकल्स की एंट्री पर रोक लगाने का निवेदन किया था जो BS6 नॉर्म्स का पालन नहीं करते।
इस रूल के तहत, रजिस्ट्रेशन प्लेट पर अंतिम नंबर ईवन रखने वाले टू-व्हीलर्स और कारों को एक दिन और ऑड नंबर वाले व्हीकल्स को दूसरे दिन सड़कों पर लाने की अनुमति होती है। हालांकि, कुछ व्हीकल्स को इस रूल से छूट मिलती है। इनमें इमरजेंसी व्हीकल्स, VVIP व्हीकल्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स शामिल हैं। हालांकि, ऐसा कोई विशेष डेटा उपलब्ध नहीं है जिससे यह पता चल सके कि इस रूल से पॉल्यूशन के लेवल को घटाने में मदद होती है।
दिल्ली और इसके आसपास के शहरों में एयर क्वालिटी खराब होने का बड़ा कारण हरियाणा और पंजाब में खेतों में फसल की कटाई के बाद पराली जलाना है। इससे पहले कुछ जानकारों ने दलील दी थी कि ऑड-ईवन रूल से पॉल्यूशन को घटाने में ज्यादा मदद नहीं होती। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की लगभग चार वर्ष पहले हुई एक स्टडी में पाया गया था कि ऑड-ईवन से पहले और बाद में पॉल्यूशन का लेवल कुछ कम हुआ था लेकिन इसके पीछे कोई बड़ा कारण नहीं था। दुनिया भर में कुछ देशों के बड़े शहरों में में पॉल्यूशन पर लगाम लगाने के लिए इस रूल को लागू किया जाता है। इनमें बीजिंग, पेरिस, मेक्सिको सिटी और रोम जैसे शहर शामिल हैं।