दिल्ली में हवा जहरीली है और प्रदूषण के कारण दिन-रात धुंआ छाया हुआ है।
ख़ास बातें
दिल्ली में हवा जहरीली है और प्रदूषण के कारण दिन-रात धुंआ छाया हुआ है।
दिल्ली के प्राइमरी स्कूल 10 नवंबर तक बंद रहेंगे।
दिल्ली के द्वारका में एयर क्वालिटी इंडेक्स 486 पर रहा।
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दिल्ली में हवा में फैला जहर लोगों का दम घोंट रहा है। प्रदूषण का स्तर खतरनाक है और ऐसे में सरकार द्वारा जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं जिससे कि प्रदूषण के कारण जन-जीवन कम से कम प्रभावित हो। हवा की खराब गुणवत्ता को देखते हुए दिल्ली में स्कूलों को भी 10 नवंबर तक बंद कर दिया गया है। दिल्ली सरकार द्वारा घोषणा कर सभी प्राइमरी स्कूलों को 10 तारीख तक बंद कर दिया गया है। वहीं 6-12 ग्रेड के लिए विकल्प दिया गया है कि स्कूल ऑनलाइन क्लासेज पर शिफ्ट हो सकते हैं।
दिल्ली में शिक्षा मंत्रालय ने प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए प्राथमिक विद्यालयों को 10 नवंबर तक बंद करने के निर्देश दे दिए हैं। 6ठवीं से 12वीं कक्षा वाले स्कूल आनलाइन क्लास के जरिए पढ़ाई जारी रख सकते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने ट्वीट कर बताया कि प्रदूषण का स्तर लगातार ऊंचा बना हुआ है इसलिए दिल्ली के प्राइमरी स्कूल 10 नवंबर तक बंद रहेंगे। 6-12 ग्रेड के स्कूलों के पास ऑनलाइन क्लासेज में शिफ्ट होने का विकल्प है।
As pollution levels continue to remain high, primary schools in Delhi will stay closed till 10th November.
For Grade 6-12, schools are being given the option of shifting to online classes.
दिल्ली में हवा जहरीली है और प्रदूषण के कारण दिन-रात धुंआ छाया हुआ है। इन दिनों दिल्ली में प्रदूषण अत्यधिक गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स रविवार सुबह 480 तक पहुंच गया। जिसे बेहद गंभीर स्तर का प्रदूषण माना जा रहा है। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 3 और 4 नवंबर के लिए भी दिल्ली में स्कूलों को बंद रखने की घोषणा की थी। अब इसे 10 नवंबर तक बढ़ा दिया गया है।
रविवार को दिल्ली के अत्यधिक प्रदूषित इलाकों की बात करें तो सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़े बताते हैं कि संडे सुबह दिल्ली के द्वारका में एयर क्वालिटी इंडेक्स 486 पर रहा, जहांगीरपुरी इलाके में यह 463 रहा, वहीं आया नगर में यह 464 पर रहा। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास यह 480 तक दर्ज किया गया है। इससे पता चलता है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लोगों को बीमार करने के लिए काफी है।