पिछले कुछ वर्षों में बहुत सी इंडस्ट्रीज को सेमीकंडक्टर्स की कमी से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से ऑटोमोबाइल सेक्टर में प्रोडक्शन पर भी असर पड़ा है। देश में सेमीकंडक्टर की मैन्युफैक्चरिंग के लिए केंद्र सरकार ने इंसेंटिव्स देने की भी घोषणा की है। अमेरिकी कंपनी Micron Technology जल्द ही देश में सेमीकंडक्टर्स की मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर सकती है।
Micron Technology ने गुजरात के साणंद में एडवांस्ड
सेमीकंडक्टर असेंबली प्लांट लगाने की तैयारी की है। इस प्लांट का कंस्ट्रक्शन Tata Projects करेगी। यह प्लांट 93 एकड़ में होगा। Tata Projects ने बताया, "इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) के तहत यह सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है।" इस प्लांट की शुरुआत अगले वर्ष के अंत तक होनी है। Micron Technology के इस प्लांट में डायनैमिक रैंडम एक्सेस मेमोरी ( DRAM) और नॉन-वोलाटाइल फ्लैश मेमोरी (NAND) की टेस्टिंग और असेंबली की जाएगी।
टाटा प्रोजेक्ट्स ने बताया कि इस प्लांट का डिजाइन LEED गोल्ड स्टैंडर्ड्स ऑफ ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल के अनुसार किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्टर, Ashwini Vaishnaw ने कहा कि देश के पहले सेमीकंडक्टर प्लांट का कंस्ट्रक्शन गुजरात में शुरू हो रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में सेमीकंडक्टर की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने वालों को केंद्र सरकार की ओर से 50 प्रतिशत की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार ने सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए बहुत सी सुविधाएं दी हैं। मोदी का कहना था कि देश में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री की जोरदार ग्रोध होगी।
Semicon India कॉन्फ्रेंस में मोदी ने कहा था कि देश में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए एक इकोसिस्टम तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया था कि सेमीकंडक्टर डिजाइन पर कोर्सेज को शुरू करने के लिए 300 कॉलेज की पहचान की गई है। मोदी कहना था कि दुनिया में हुई प्रत्येक औद्योगिक क्रांति के पीछे लोगों की महत्वाकांक्षाएं थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि वह मानते हैं कि चौथी औद्योगिक क्रांति का कारण भारत की महत्वाकांक्षाएं होंगी।
Reliance Industries ने भी सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में उतरने की योजना बनाई है। इससे देश में सेमीकंडक्टर्स की बढ़ती डिमांड को पूरा किया जा सकेगा। एनर्जी से लेकर टेलीकॉम तक का बिजनेस करने वाली यह कंपनी टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप के लिए विदेशी चिपमेकर्स के साथ बातचीत कर रही है।