AI, यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल आज के समय में कई कामों को आसान करने के लिए किया जा रहा है, लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि यह टेक्नोलॉजी आपको नौकरी दिलाने में भी मदद कर सकती है? भले नौकरी की तलाश पार्क में टहलने जैसा काम नहीं रहा, क्योंकि आज के समय में एक पद के लिए नियोक्ताओं के लिए हजारों की संख्या में ऑनलाइन आवेदन आते हैं और ऐसे में आपके आवेदन के रिजेक्ट होने के अवसर भी बढ़ जाते हैं। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए एक व्यक्ति ने AI का उपयोग करते हुए 5,000 से ज्यादा नौकरी के आवेदन भेजे और करीब 20 नौकरी के इंटरव्यू भी दिए।
Wired की
रिपोर्ट बताती है कि जूलीयन जोसेफ नाम के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने LazyApply का इस्तेमाल करते हुए केवल एक क्लिक में 5,000 से ज्यादा नौकरी के आवेदन भेज डाले। इतना ही नहीं, इनमें से करीब 20 नौकरी के लिए उसका आवेदन सलेक्ट भी हुआ और उसने इंटरव्यू भी दिया।
जोसेफ ने बताया कि "तथ्य यह है कि इस टूल का मौजूद होना यह बताता है कि इस प्रक्रिया में कोई अभाव है।" उसने आगे कहा, "मैं इसे वर्षों से कंपनियों को सौंपी गई कुछ शक्तिओं को वापस लेने के रूप में देखता हूं।"
रिपोर्ट बताती है कि जोसेफ ने LazyApply के साथ-साथ पुराने मूल तरीके से भी सैंकड़ों नौकरियों के लिए अप्लाई किया था, लेकिन वहां भी उन्हें केवल 20 इंटरव्यू ही मिल पाएं।
देखा जाए तो AI टूल लो क्वालिटी आवेदन के बीच अच्छे CV के जरिए नियोक्ताओं के लिए सलेक्शन का काम आसान तो बना रहे हैं, लेकिन इसी बीच ऐसे कई अच्छे दावेदार भी रिजेक्ट हो जाते होंगे, जो सावधानीपूर्वक हाथ से आवेदन देते हैं।
हालांकि, इससे बचने के लिए नियोक्ता भारी मात्रा में आवेदनों की जांच के लिए फास्ट ऑटोमेटेड टूल्स की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे पूरी प्रक्रिया और भी अधिक अपारदर्शी हो गई है। जहां तक जोसेफ की बात है, अंततः उसे LazyApply के जरिए एक नौकरी का प्रस्ताव प्राप्त हुआ। हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि उसने AI टूल पर भरोसा करने के बजाय मौजूदा कनेक्शन के जरिए Apple और व्हाइट हाउस में महत्वपूर्ण इंटरव्यू हासिल किए।