एक 68 वर्षीय व्यक्ति ने एक OTT (ओवर-द-टॉप सर्विसेज) कंपनी के कस्टमर केयर को कॉल किया, लेकिन साइबर क्रिमिनल्स ने उनके 1.5 लाख रुपये पर हाथ साफ कर दिया। मामला पश्चिम बंगाल का है, जहां एक व्यक्ति ने OTT ऐप में समस्या के चलते उस प्लेटफॉर्म के ग्राहक सेवा को कॉल किया, लेकिन असल में वो फोन नंबर साइबर क्रिमिनल्स का था। OTT से संबंधित यह पहला स्कैम नहीं है। इससे पहले एक महिला से OTT कंटेंट को लाइक कर पैसा कमाने के नाम पर 1.2 लाख रुपये लूटे गए थे।
TOI के
अनुसार, पश्चिम बेंगलुरु के बसवेश्वरनगर के निवासी अनिरुद्ध (बदला हुआ नाम) ने पुलिस को बताया कि 27 जनवरी को उनसे 1.5 लाख रुपये की ठगी हुई। अनिरुद्ध के पास ओटीटी ऐप की मेंबरशिप थी, लेकिन उनके टीवी कंटेंट स्ट्रीमिंग में समस्या आ रही थी। ऐसे में उन्होंने ओटीटी कस्टमर केयर में शिकायत करने का फैसला किया और इंटरनेट पर नंबर खोजा।
उनका कहना है कि उन्हें एक वेबपेज पर ओटीटी कंपनी का कस्टमर नंबर मिला। इस नंबर पर कॉल मिलाने पर व्यक्ति ने कहा कि कंपनी का कोई अधिकारी उन्हें कुछ देर में संपर्क करेंगे और कॉल काट दी।
तदनुसार, अनिरुद्ध को दूसरे नंबर से कॉल आया। इस बार भी कॉल करने वाले ने खुद को ओटीटी कंपनी का एक्जीक्यूटिव बताया और उसकी सब्सक्रिप्शन की जानकारी जुटा ली। बाद में, कॉल करने वाले ने ऐसा व्यवहार किया मानो वह सिस्टम में समस्या की जांच कर रहा हो और अनिरुद्ध से कहा कि समस्या को हल करने के लिए उसे 10 रुपये (रिचार्ज के रूप में) का भुगतान करना होगा।
रिपोर्ट आगे बताती है कि स्कैमर ने अनिरुद्ध को एक मोबाइल नंबर भेजा और कहा कि उस नंबर पर टॉप-अप रिचार्ज का भुगतान करना होगा। उन्होंने अनिरुद्ध को अपना डिजिटल पेमेंट ऐप खोलने और मोबाइल नंबर पर पैसे ट्रांसफर करने वाले ऑप्शन में मोबाइल नंबर दर्ज करने के लिए कहा। फिर उन्होंने अनिरुद्ध से अमाउंट वाले सेक्शन में अपने मोबाइल नंबर के पहले पांच अंक और नोट सेक्शन में अपना नाम दर्ज करने को कहा।
अनिरुद्ध ने स्कैमर से कहा कि अमाउंट सेक्शन में मोबाइल नंबर के पांच अंक क्यों डालना है, तो स्कैमर ने कहा कि यह टॉप-अप रिचार्ज की प्रक्रिया है। अनिरुद्ध द्वारा फोन नंबर के शुरुआती पांच अंक, यानी 97,411 डालने के बाद उनके अकाउंट से इतने ही पैसे डेबिट हो गए।
रिपोर्ट के अनुसार, पैसे कटने पर अनिरुद्ध घबरा गए और उन्होंने जानना चाहा कि उनके अकाउंट से पैसे क्यों काटे गए। स्कैमर ने दावा किया कि यह एक तकनीकी समस्या के कारण था और वादा किया कि पैसा उनके अकाउंट में वापस जमा कर दिए जाएंगे।
स्कैम यहीं नहीं रुका, इसके बाद स्कैमर ने कथित तौर पर अनिरुद्ध से Google Play से एक रिमोट डेस्कटॉप ऐप डाउनलोड कराया और उनसे बातचीत करते हुए अतिरिक्त 49,989 रुपये निकाल लिए।
इसके बाद स्कैम की भनक पड़ने पर उन्होंने कॉल काटने के बाद बैंक से इसकी शिकायत की। उनका बैंक अकाउंट तो फ्रीज कर दिया गया, लेकिन पुलिस का कहना है कि करीब सात दिन बाद शिकायत करने के चलते क्रिमिनल्स को अब ट्रेस करना मुश्किल है। हालांकि, पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच चालू कर दी गई है।
हाल ही में OTT से संबंधित एक अन्य मामला सामने आया था, जहां YouTube पर OTT कंटेंट देखने के साथ पैसा कमाने के झांसे में फंसकर एक महिला ने
12 लाख रुपये गंवाने का दावा किया। महिला ने पुलिस को बताया कि उसे एक व्यक्ति ने यूट्यूब पर ओटीटी कंटेंट देखकर पैसा कमाने की स्कीम बताई। उसे वादा किया गया कि यदि वे कंटेंट लाइक करती हैं और अधिक निवेश करती हैं या अधिक व्यूअर्स ला सकती हैं, तो उसकी और अधिक कमाई होगी।