आईआरसीटीसी के एक अधिकारी ने उन मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया है जिनमें इस ई-टिकटिंग वेबसाइट को हैक किए जाने की जानकारी दी गई थी। इसके अलावा आईआरसीटीसी ने एक कमिटी का भी गठन किया है जो कथित डेटा चोरी की जांच करेगी।
आपको बता दें कि गुरुवार को ई-टिकटिंग पोर्टल इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) वेबसाइट के हैक होने की
खबरें सामने आईं। मीडिया
रिपोर्ट में कहा गया कि आईआरसीटीसी के सर्वर से करीब एक करोड़ ग्राहकों की निज़ी जानकारी चोरी होने का खतरा है। महाराष्ट्र साइबर सेल ने निजी डेटा चोरी होने की जानकारी आईआरसीटीसी को भी दी है।
निजी डेटा चोरी होने के मीडिया रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया देते हुए आईआरसीटीसी के पीआरओ संदीप दत्ता ने कहा, ''कोई हैंकिंग नहीं हुई है। हमने पिछले एक महीने के अपने डेटा की जांच की है। जहां तक ग्राहकों के निजी डेटा चोरी किए जाने का सवाल है तो हमने एक कमिटी का गठन किया है जो मामले की जांच करेगी।"
दत्ता ने कहा, ''फिलहाल हमारे पास वो डेटा नहीं हैं जिनके बारे साइबर सेल द्वारा बताया गया है। जब तक हमें डेटा नहीं मिलता, हम यह नहीं बता पाएंगे कि वे आईआरसीटीसी के हैं या नहीं।"
उन्होंने कहा, ''हमें डेटा मिलने का इंतज़ार है। इसके बाद ही तय किया जा सकेगा कि वे डेटा आईआरसीटीसी के हैं भी या नहीं।"
आईआरसीटीसी का यूज़र बेस 3.9 करोड़ है। इस वेबसाइट पर हर महीने 5 लाख टिकट बेचे जाते हैं और 5 करोड़ लोग हर दिन इस वेबसाइट पर आते हैं। अगर हैंकिंग के दावे सही साबित होते हैं, तो यह भारत के इंटरनेट इतिहास में निजी जानकारियों की सबसे बड़ी चोरी होगी।