सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने 22 यूट्यूब न्यूज चैनलों को ब्लॉक करने का निर्देश दिया है। इनमें से चार पाकिस्तान से हैं। इन यूट्यूब चैनलों पर दर्शकों को गुमराह करने के लिए कथित रूप से फर्जी खबरें फैलाने का आरोप है। पिछले साल फरवरी में आईटी रूल्स 2021 के नोटिफिकेशन के बाद पहली बार भारतीय यूट्यूब न्यूज पब्लिशर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई है। अपने ऑफिशियल स्टेटमेंट में सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कहा है कि उसने 22 यूट्यूब चैनल, तीन ट्विटर अकाउंट, एक फेसबुक अकाउंट और एक न्यूज वेबसाइट को ब्लॉक करने का आदेश जारी किया है। दिसंबर 2021 से अब तक मंत्रालय ने राष्ट्रीय सुरक्षा, भारत की संप्रभुता और अखंडता के आधार पर कुल 78 यूट्यूब बेस्ड न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक करने के निर्देश जारी किए हैं।
ब्लॉक किए गए YouTube चैनलों के कुल दर्शकों की संख्या 260 करोड़ से ज्यादा थी। एक आधिकारिक बयान में मिनिस्ट्री ने कहा है कि ये प्लेटफॉर्म राष्ट्रीय सुरक्षा, भारत के विदेशी संबंधों जैसे संवेदनशील विषयों पर फेक न्यूज फैला रहे थे। इन चैनलों का नाम लिए बगैर कहा गया है कि 18 भारतीय और चार पाकिस्तान बेस्ड YouTube न्यूज चैनलों को ब्लॉक कर दिया गया है।
मंत्रालय के अनुसार, इन यूट्यूब चैनलों के जरिए भारतीय सशस्त्र बलों, जम्मू और कश्मीर जैसे विषयों पर फेक न्यूज पोस्ट की गईं। इसमें ऐसा एंटी-इंडिया कंटेंट भी है, जिसे पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे कई सोशल मीडिया अकाउंट्स से पोस्ट किया गया था।
जिन यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक किया गया है, उन पर यूक्रेन की मौजूदा स्थिति को लेकर झूठा कंटेंट पब्लिश करने का आरोप है। कहा गया है कि इसका मकसद बाकी देशों के साथ भारत के विदेशी संबंधों को खतरे में डालना था। मंत्रालय ने कहा है कि ब्लॉक किए गए भारतीय यूट्यूब चैनल कुछ टीवी न्यूज चैनलों के टेम्प्लेट और लोगो का इस्तेमाल कर रहे थे, ताकि दर्शकों को यह विश्वास दिलाया जा सके कि न्यूज सच है।
कहा गया है कि इन यूट्यूब चैनलों ने झूठे थंबनेल का इस्तेमाल किया। सोशल मीडिया पर कंटेंट को वायरल करने के लिए वीडियो के टाइटल और थंबनेल को बदला। कई मामलों में यह देखने को मिला कि भारत को लेकर फर्जी खबरें पाकिस्तान से आ रही थीं।
मंत्रालय का कहना है कि भारत सरकार एक प्रामाणिक, भरोसेमंद और सुरक्षित ऑनलाइन न्यूज मीडिया का माहौल सुनिश्चित करने और देश की संप्रभुता और अखंडता, राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने के प्रयास को नाकाम करने के लिए प्रतिबद्ध है।