टेक्नोलॉजी सेक्टर के लिए पिछले कुछ महीने खराब रहे हैं। बहुत सी बड़ी टेक कंपनियों से बड़ी संख्या में वर्कर्स की छंटनी की है। इनमें ग्लोबल टेक कंपनी Google भी शामिल है। ऐसा पता चला है कि गूगल ने भारत में विभिन्न डिपार्टमेंट्स से लगभग 450 वर्कर्स को बाहर किया है। कंपनी की ओर से अचानक उठाए गए इस कदम से इससे प्रभावित हुई वर्कर्स ने सोशल मीडिया पर अपनी परेशानी साझा की है।
भारत में गूगल की यूनिट से सीनियर एसोसिएट के तौर पर जुड़े हैदराबाद के एक व्यक्ति ने LinkedIn पर अपनी स्थिति बताई है। उन्होंने लिखा है कि जब उन्हें पिछले सप्ताह के अंत में कंपनी से बाहर किए जाने की सूचना मिली तो वह हैरान रह गए। गूगल ने उन्हें महीने के स्टार परफॉर्मर का
रिवॉर्ड देने के बाद जॉब से बाहर किया है। उन्होंने बताया है, "Google Operations Center से छंटनी के बारे में ईमेल मिली तो मुझे बड़ा झटका लगा। यह सबसे अधिक वैल्यू वाली कंपनियों में शामिल है। मुझे गूगल के साथ जुड़कर गर्व था और हमेशा रहेगा। मेरे पास एक मुश्किल प्रश्न है कि मैं महीने का स्टार परफॉर्मर था तो मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ? इसका कोई उत्तर नहीं है।" उन्होंने कहा, "मेरा वेतन दो महीनों के लिए आधा हो गया है। मेरे फाइनेंशियल प्लान पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं।" गूगल के इस पूर्व वर्कर ने लिंक्डइन पर लोगों से उनके लिए किसी बेहतर अवसर का सुझाव देने का भी निवेदन किया है।
गूगल में क्लाउड प्रोग्राम मैनेजर, Aakriti Walia को भी कंपनी से निकलना पड़ा है। गुरूग्राम की रहने वाली आकृति ने हाल ही में गूगल में अपने पांच वर्ष पूरे होने का जश्न मनाा था। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर पर एक्सेस नहीं मिलने के मैसेज से वह सन्न हो गई।
गूगल को चलाने वाली कंपनी Alphabet Inc ने पिछले महीने लगभग 12,000 वर्कर्स की छंटनी करने की घोषणा की थी। यह कंपनी की कुल वर्कफोर्स का लगभग छह प्रतिशत है।
कंपनी के CEO, Sundar Pichai ने स्टाफ को बताया था कि प्रोडक्ट्स और वर्कर्स के रिव्यू के बाद कई देशों और डिपार्टमेंट्स में छंटनी करने का फैसला किया गया है। इससे पहले ग्लोबल सॉफ्टवेयर कंपनी Microsoft ने लगभग 10,000 वर्कर्स को हटाने की घोषणा की थी। यह कंपनी के कुल स्टाफ का लगभग पांच प्रतिशत है। इसके अलावा ई-कॉमर्स और टेक कंपनी Amazon और Meta ने भी हजारों वर्कर्स की छंटनी की है।