दिल्ली में मंगलवार को दिवाली के अगले दिन की सुबह एयर क्वालिटी 'बहुत खराब' थी। हालांकि, पिछले वर्षों की तुलना में पॉल्यूशन का लेवल कुछ कम था। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सोमवार को 312 पर था। यह पिछले चार वर्षों में सबसे कम था और पिछले सात वर्षों में दिवाली के दिन पर दूसरा सबसे बेहतर था।
हालांकि, बैन के बावजूद रात में पटाखे चलने से दिल्ली के बहुत से हिस्सों में एयर क्वालिटी खराब हो गई। दिल्ली में मंगलवार को AQI सुबह 323 पर था और PM 2.5 लेवल देश के स्टैंडर्ड से लगभग छह गुना अधिक था। दिल्ली के निकट गुरूग्राम, नोएडा और फरीदाबाद जैसे शहरों में भी एयर क्वालिटी 'बहुत खराब' थी। दिल्ली में पिछले वर्ष AQI को 382 दर्ज किया गया था। यह शून्य से 50 के बीच 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मॉडरेट', 200 से 300 के बीच 'खराब' और 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' माना जाता है।
दिल्ली सरकार ने पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं और स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान के मद्देनजर पटाखों की स्टोरेज, बिक्री और चलाने पर
प्रतिबंध लगाया था। इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माने के साथ ही छह महीने की जेल का भी प्रावधान है। पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट ने भी पॉल्यूशन की वजह से पटाखों पर बैन को हटाने से मना कर दिया था। राजधानी में पिछले कई वर्षों से सर्दी के मौसम में पॉल्यूशन और घने कोहरे से दिल्ली को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इससे निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने हाल ही में ग्रीन वॉर रूम शुरू किया है। इससे राजधानी में 24 घंटे एयर पॉल्यूशन की मॉनिटरिंग करने के साथ ही इससे निपटने की उपाय भी लागू किए जा सकेंगे।
यह एडवांस्ड ग्रीन वॉर रूम 24X7 पॉल्यूशन की
मॉनिटरिंग करेगा। इससे संशोधित ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) में तय किए गए जरूरी उपायों को लागू करने में भी मदद मिलेगी। इससे दिल्ली में पॉल्यूशन से जुड़े डेटा का एनालिसिस भी किया जा सकेगा। GRAP राजधानी और इसके निकट के क्षेत्रों में एयर पॉल्यूशन से निपटने के उपायों का एक सेट है। इसके उपायों को स्थिति की गंभीरता के अनुसार लागू किया जाता है।