पिछले कई वर्षों से सर्दी के मौसम में पॉल्यूशन और घने कोहरे से दिल्ली को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इससे निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने ग्रीन वॉर रूम शुरू किया है। इससे राजधानी में 24 घंटे एयर पॉल्यूशन की मॉनिटरिंग करने के साथ ही इससे निपटने की उपाय भी लागू किए जा सकेंगे।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि एडवांस्ड ग्रीन वॉर रूम 24X7 पॉल्यूशन की मॉनिटरिंग करेगा। इससे संशोधित ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) में तय किए गए जरूरी उपायों को लागू करने में भी मदद मिलेगी। इससे दिल्ली में पॉल्यूशन से जुड़े डेटा का एनालिसिस भी किया जा सकेगा। GRAP राजधानी और इसके निकट के क्षेत्रों में एयर पॉल्यूशन से निपटने के उपायों का एक सेट है। इसके उपायों को स्थिति की गंभीरता के अनुसार लागू किया जाता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पॉल्यूशन का मुकाबला करने के लिए पिछले सप्ताह 15 प्वाइंट के विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की थी।
ग्रीन वॉर रूम को Green Delhi ऐप से भी लिंक किया जाएगा। इससे कचरा जलाने जैसी पॉल्यूशन से जुड़ी शिकायतों को भेजा जा सकेगा। इसके बाद इन शिकायतों पर संबंधित डिपार्टमेंट की ओर से कार्रवाई होगी। दिल्ली सरकार ने बताया कि इस
ऐप पर राजधानी के निवासियों की ओर से अभी तक 54,000 से अधिक शिकायतें मिली हैं। इनमें से लगभग 90 प्रतिशत का समाधान किया गया है।
पॉल्यूशन पर नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार ने 25 अक्टूबर से वैध पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (PUC) नहीं रखने वाले व्हीकल्स को पेट्रोल पंप से फ्यूल नहीं मिलने का नियम भी बनाया है। राजधानी में लाखों व्हीकल्स बिना PUC के चल रहे हैं। ये व्हीकल्स
पॉल्यूशन का एक बड़ा कारण हैं। हालांकि, PUC नहीं रखने वाले व्हीकल्स के लिए भारी जुर्माना भी लगाया जाता है। इसके बावजूद इसे लेकर बहुत से लोग लापरवाही करते हैं। राजधानी के पड़ोसी राज्यों पंजाब और हरियाणा में फसलें कटने के बाद बची पराली को जलाने से भी धुआं फैलता है जिसका असर दिल्ली तक होता है। कुछ राज्य सरकारों ने पराली जलाने पर रोक लगाई है। हालांकि, इस बारे में किसानों का कहना है कि उनके पास पराली को निपटाने के लिए कोई सस्ता विकल्प नहीं है।
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