Tesla को पीछे छोड़कर चीन की BYD बनी टॉप EV सेलर

यह पहली बार है कि जब किसी ऑटोमोबाइल कंपनी ने EV की सेल्स में अमेरिका की टेस्ला को पीछे छोड़ा है। टेस्ला की बिक्री में गिरावट के बड़े कारण सेमीकंडक्टर की भारी कमी और महामारी रहे

Tesla को पीछे छोड़कर चीन की BYD बनी टॉप EV सेलर

यह पहली बार है कि जब कोई ऑटोमोबाइल कंपनी EV की सेल्स में टेस्ला से आगे निकली है

ख़ास बातें
  • इस मार्केट में चीन 12.4 लाख यूनिट्स के साथ पहले स्थान पर है
  • यूरोप और अमेरिका का दूसरा और तीसरा स्थान है
  • टेस्ला की बिक्री में गिरावट के कारण सेमीकंडक्टर की कमी और महामारी थे
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चीन की बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल BYD ने टेस्ला को मात देकर ग्लोबल लेवल पर सबसे अधिक इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) की बिक्री की है। मौजूदा फाइनेंशियल ईयर की दूसरी तिमाही में BYD ने लगभग 3,54,000 EV बेचकर 266 प्रतिशत की वार्षिक ग्रोथ हासिल की। इस अवधि में टेस्ला की सेल्स लगभग 2,54,000 यूनिट की रही।

Counterpoint के ग्लोबल EV सेल्स ट्रैकर के अनुसार, इन व्हीकल्स की कुल सेल्स दूसरी तिमाही में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 61 प्रतिशत बढ़कर 21.8 लाख यूनिट की रही। इस मार्केट में चीन 12.4 लाख यूनिट्स के साथ टॉप पर है। चीन में यह बिक्री सालाना आधार पर लगभग 92 प्रतिशत बढ़ी है। यूरोप और अमेरिका का दूसरा और तीसरा स्थान था। यह पहली बार है कि जब किसी ऑटोमोबाइल कंपनी ने EV की सेल्स में टेस्ला को पीछे छोड़ा है। टेस्ला की बिक्री में गिरावट के बड़े कारण सेमीकंडक्टर की कमी और महामारी रहे। हालांकि, कंपनी के लिए इस वर्ष की दूसरी छमाही बेहतर होने की संभावना है। 

ग्लोबल EV सेल्स में चीन की ऑटमोबाइल कंपनी Wuling तीसरे स्थान पर रही। चीन के मार्केट में Wuling का Hongguang Mini सबसे अधिक बिक्री वाला मॉडल था। जर्मनी की लग्जरी कार मेकर BMW ने सेल्स के लिहाज से चौथा और फोक्सवैगन ने पांचवां स्थान हासिल किया। जर्मनी की ऑटोमोबाइल कंपनी मर्सिडीज बेंज ने भारत के EV मार्केट में टॉप पोजिशन हासिल करने की योजना बनाई है। Tesla की देश में मौजूदगी नहीं होने का मर्सिडीज को फायदा मिलेगा। इस वर्ष कंपनी तीन इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च करेगी। 

भारत में मर्सिडीज के बिजनेस हेड Martin Schwenk ने बताया है कि कंपनी एक लग्जरी EV को असेंबल करने के साथ ही देश भर में फास्ट चार्जिंग नेटवर्क भी शुरू करेगी। यह देश में बैटरी की मैन्युफैक्चरिंग पर भी विचार कर सकती है। Martin ने कहा, "हम EV मार्केट में आक्रामक तरीके से शुरुआत कर रहे हैं। अगले पांच वर्षों में देश में हमारी बिक्री का लगभग 25 प्रतिशत EV से मिलेगा। हमारी महत्वाकांक्षा इलेक्ट्रिक सेगमेंट में आगे रहने की है।" टेस्ला ने इम्पोर्ट ड्यूटी अधिक होने के कारण भारत में बिजनेस शुरू करने की योजना टाल दी है। इसका फायदा मर्सिडीज को मिल सकता है। मर्सिडीज अपनी AMG EQS 53 4MATIC परफॉर्मेंस कार के इम्पोर्ट किए जाने वाले इलेक्ट्रिक मॉडल के साथ देश के लग्जरी EV मार्केट में शुरुआत करेगी। इसका प्राइस लगभग 2.45 करोड़ रुपये होगा। इस कार की सिंगल चार्ज में 580 किलोमीटर तक की रेंज होगी। इसके बाद S-क्लास सेडान EQS का स्थानीय स्तर पर असेंबल किया जाने वाला इलेक्ट्रिक वर्जन लॉन्च होगा। इस वर्ष के अंत में कंपनी एक अन्य इम्पोर्टेड कार लॉन्च करेगी।  

 
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आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

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