डिजिटल पेमेंट्स फर्म BharatPe के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर Suhail Sameer ने इस्तीफा दे दिया है। पिछले कुछ महीनों से विवादों का सामना कर रही BharatPe से लगातार सीनियर एग्जिक्यूटिव्स निकल रहे हैं। कुछ महीने पहले समीर का फर्म के को-फाउंडर Ashneer Grover के साथ विवाद हुआ था।
BharatPe ने एक स्टेटमेंट में बताया, "समीर की भूमिका 7 जनवरी से चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर के बजाय स्ट्रैटेजिक एडवाइजर की होगी।" समीर के इस्तीफे का कारण नहीं बताया गया है। स्टेटमेंट में कहा गया है, "
फर्म के बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए CFO Nalin Negi को इंटरिम CEO नियुक्त किया गया है।" BharatPe ने बताया कि उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने एक प्रमुख एग्जिक्यूटिव सर्च फर्म को CEO की खोज में मदद करने के लिए हायर किया है। वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप में ग्रोवर को फर्म से हटाए जाने के बाद समीर इस फिनटेक फर्म की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
सिकोइया के इनवेस्टमेंट वाली इस फर्म से पिछले महीने तीन सीनियर एग्जिक्यूटिव्स ने इस्तीफा दिया था। इनमें चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर विजय अग्रवाल, PostPe के हेड Nehul Malhotra और लेंडिंग एंड कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के लिए चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर Rajat Jain शामिल हैं। इसके अलावा फर्म के वाइस प्रेसिडेंट (टेक्नोलॉजी) Geetanshu Singla भी जा चुके हैं। इससे पहले फर्म के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर Nishit Sharma और इसके फाउंडिंग मेंबर्स में शामिल Satyam Nathani ने भी फर्म को छोड़ा था।
इस फर्म ने पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर और को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर और उनके परिवार के खिलाफ कथित
धोखाधड़ी और गबन के आरोप में आपराधिक मुकदमा दायर किया है। इस 88.67 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी के आरोप वाले मुकदमे में कहा गया है कि ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन के अलावा परिवार के अन्य सदस्यों ने फर्जी बिल बनाए और फर्म को सर्विस देने का कारण बताकर फर्जी विक्रेताओं को लिस्ट किया। यह मामला दिल्ली हाई कोर्ट में दायर किया गया है। कोर्ट ने ग्रोवर के परिवार को नोटिस जारी किया था। इस मामले में अगली सुनवाई 9 जनवरी को होनी है। माधुरी जैन के पास BharatPe में कंट्रोल हेड की पोजिशन थी और उन्हें पिछले वर्ष की शुरुआत में फॉरेंसिक ऑडिट में कई अनियमितताओं का खुलासा होने के बाद फर्म से निकाल दिया गया था।