भारत अभी 5G के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ है, लेकिन कैबिनेट मंत्री (संचार मंत्रालय) अश्विनी वैष्णव का कहना है कि भारत 2023 के आखिर या 2024 की शुरुआत में 6G टेक्नोलॉजी लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने एक ऑनलाइन वेबिनार में इसकी जानकारी दी। 6G के अलावा, उन्होंने 5G को लेकर भी जानकारी दी। अश्विनी वैष्णव का कहना है कि स्वदेशी 5G की तैयारी भी जोर-शोर से की जा रही है, और अगले साल की तीसरी तिमाही तक इस टेक्नोलॉजी के लिए एक प्रमुख सॉफ्टवेयर विकसित किया जाएगा।
Financial Times और The Indian Express द्वारा
आयोजित एक ऑनलाइन वेबिनार में अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने कहा कि 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी 2022 की दूसरी तिमाही में होने की संभावना है। 6G को लेकर उन्होंने दावा किया है कि भारत इस टेक्नोलॉजी को 2023 के आखिर या 2024 की शुरुआत में लॉन्च करने के लक्ष्य के साथ चल रहा है, और इस टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को पहले ही अपेक्षित अनुमति दी जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि (अनुवादित) “6G का विकास शुरू हो चुका है। समय सीमा 2024 या 2023-अंत में कहीं रखी गई है। हम भारत में [खास] दूरसंचार सॉफ्टवेयर को डिज़ाइन करेंगे, जो भारत में निर्मित दूरसंचार डिवाइस व दूरसंचार नेटवर्क में सेवा प्रदान करेगा, और वैश्विक स्तर पर जा सकेगा।"
जैसा कि हमने बताया, उन्होंने 6G के अलावा, स्वदेशी 5G के लॉन्च को लेकर भी बयान दिया। उनका कहना है कि यह टेक्नोलॉजी एक खास सॉफ्टवेयर के विकास के साथ अगले साल की तीसरी तिमाही तक लॉन्च हो सकती है। इसके लिए 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी भी 2022 की दूसरी तिमाही में होने की संभावना है।
वेबिनार में अश्विनी वैष्णव ने कहा (अनुवादित) “5G स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए TRAI (भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण) को एक संदर्भ दिया गया है। उन्होंने परामर्श प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह प्रक्रिया आने वाले वर्ष में फरवरी-मार्च की समय सीमा में समाप्त हो जानी चाहिए। फिर नीलामी प्रक्रिया कैलेंडर वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में होगी।"