टॉप टेक्नोलॉजी कंपनियों में शामिल Google ने अपनी क्लाउड वीडियो गेम सर्विस, Stadia को बंद करने का फैसला किया है। इसे लगभग तीन वर्ष पहले शुरू किया गया था। इससे लोग ईमेल करने जितनी आसानी से कंसोल क्वालिटी की गेम्स खेल सकते थे। हालांकि, यूजर्स की ओर से कमजोर रिस्पॉन्स मिला था।
गूगल के वाइस प्रेसिडेंट Phil Harrison ने एक
ब्लॉग पोस्ट में कहा, "यूजर्स ने इसे उतना पसंद नहीं किया जितनी हमें उम्मीद थी। इस वजह से हमने अपनी Stadia स्ट्रीमिंग सर्विस को बंद करने का फैसला किया है।" कंपनी ने बताया कि वह इसके लिए खरीदे गए कंट्रोलर्स जैसे हार्डवेयर और गेम कंटेंट की रकम को वापस करेगी। यूजर्स के पास इस सर्विस का अगले वर्ष 18 जनवरी तक एक्सेस रहेगा। इस बारे में Wedbush Securities के एनालिस्ट Michael Pachter ने कहा, "कंपनी का आइडिया अच्छा था लेकिन इसका बिजनेस मॉडल खराब था। उन्होंने गेम्स के बिना एक सब्सक्रिप्शन के तौर पर सर्विस की पेशकश की थी।" उन्होंने बताया कि इसके मुकाबले में Xbox बनाने वाली माइक्रोसॉफ्ट ने कई गेम्स के साथ Game Pass सर्विस शुरू की थी, जो प्लेयर्स के लिए एक अच्छा विकल्प था।
Game Pass के लगभग 2.5 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं, जबकि Stadia के यूजर्स की संख्या नौ लाख से कुछ अधिक है। माइक्रोसॉफ्ट वीडियो गेम सेगमेंट की सबसे बड़ी कंपनी है। हाल ही में गूगल के मालिकाना हक वाली लोकप्रिय वीडियो स्ट्रीमिंग साइट YouTube ने क्रिएटर्स को फायदा पहुंचाने के लिए YouTube Shorts से अधिक रकम देने का नया तरीका शुरू किया है। इसका उद्देश्य TikTok को टक्कर देना है। यूट्यूब ने बताया कि वह अपने Shorts वीडियो फीचर पर ऐडवर्टाइजिंग शुरू करेगी और वीडियो क्रिएटर्स को रेवेन्यू का 45 प्रतिशत देगी।
YouTube को पिछले कुछ वर्षों से TikTok से कड़ा मुकाबला मिल रहा है। इस ऐप के पास लगभग एक अरब मंथली यूजर्स हैं। टिकटॉक की टक्कर में लगभग दो वर्ष पहले यूट्यूब ने एक मिनट तक के वीडियो वाला Shorts फीचर शुरू किया था। इसके 1.5 अरब से अधिक मंथली यूजर्स हो गए हैं।
YouTube की रेवेन्यू को शेयर करने की नई योजना काफी बड़ी है और इसका मुकाबला करना टिकटॉक के लिए मुश्किल होगा। YouTube एक नई ऐड पॉलिसी को टेस्ट कर रही है जिसमें फ्री यूजर्स को एक के बाद एक पांच विज्ञापन दिखाए जा रहे हैं। अभी तक यूट्यूब के फ्री यूजर्स को एक साथ ज्यादा से ज्यादा दो विज्ञापन दिखाए जाते थे।