बड़ी कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों में से एक Xiaomi ने अपने पहले इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) को गुरुवार को पेश किया। कंपनी ने बताया कि उसका टारगेट इंटरनेशनल मार्केट में टॉप पांच ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल होने का है। इस मार्केट में अमेरिका की EV मेकर Tesla की सबसे अधिक हिस्सेदारी है।
शाओमी की इलेक्ट्रिक कार SU7 में कंपनी का ऑपरेटिंग सिस्टम दिया जाएगा। इसे चीन में पेश किया गया है। दुनिया के इस सबसे बड़े ऑटोमोबाइल मार्केट में अधिक कैपेसिटी और कमजोर डिमांड जैसी चुनौतियां बढ़ रही हैं। इस वजह से ऑटोमोबाइल कंपनियों के बीच प्राइस घटाने को लेकर कॉम्पिटिशन है। इस वर्ष टेस्ला ने चीन में अपने EV के प्राइसेज पर काफी डिस्काउंट दिया है। इसे चीन की बड़ी EV मेकर BYD से कड़ा मुकाबला मिल रहा है।
शाओमी के चीफ एग्जिक्यूटिव, Lei Jun ने कहा कि कंपनी की महत्वाकांक्षा Porsche और Tesla की तुलना वाली कार बनाने की है।
SU7 को पेश करने के लिए बीजिंग में आयोजित इवेंट में Lei ने कहा, "अगले 15 से 20 वर्षों में कड़ी मेहनत कर हम ग्लोबल मार्केट में टॉप पांच ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल हो जाएंगे। इससे चीन की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को मजबूती मिलेगी।" बहुत सी टेक कंपनियों ने अपने बिजनेस को डायवर्सिफाइ करने की योजना बनाई है। शाओमी भी अपने स्मार्टफोन के कार बिजनेस के अलावा
EV के सेगमेंट में उतरने की कोशिश में है। कंपनी ने एक दशक में लगभग 10 अरब डॉलर का इनवेस्टमेंट करने की योजना बनाई है। Lei ने बताया कि शाओमी की कारों की ऑटोनॉमस ड्राइविंग की क्षमता इस इंडस्ट्री में अग्रणी होगी। इन कारों को चीन की सरकार की हिस्सेदारी वाले BAIC Group की बीजिंग की फैक्टरी में बनाया जाएगा। इस फैक्टरी की वार्षिक कैपेसिटी दो लाख व्हीकल्स की है।
हालांकि, शाओमी ने SU7 के टेक्निकल स्पेसिफिकेशन की जानकारी नहीं दी है। इसका ट्रायल प्रोडक्शन किया जा रहा है और इसे अगले कुछ महीनों में चीन में लॉन्च किया जा सकता है। इसकी प्राइसिंग का भी पता नहीं चला है लेकिन Lei ने इसके उम्मीद से बेहतर होने का वादा किया है। इस इलेक्ट्रिक कार के तीन वेरिएंट्स - Xiaomi SU7, SU7 Pro और SU7 Ultra विभिन्न रेंज और फीचर्स के साथ हो सकते हैं।