जब से क्रिप्टो मार्केट (Crypto) की शुरुआत हुई है, यहां सबसे पॉपुलर और नंबर-1 क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के रूप में बिटकॉइन (Bitcoin) का दबदबा है। लेकिन क्या यह कभी बदल सकता है? क्या किसी दिन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर (Ether) बिटकॉइन की जगह ले लेगी। क्रिप्टो भाषा में इसे ‘फ्लिपनिंग' के रूप में जाना जाता है। ईथर को लेकर यह भविष्यवाणी उसके प्रशंसक कर रहे हैं। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, अरका (Arca) के रिसर्च एनालिस्ट बोधि पिंकनर (Bodhi Pinkner) ने कहा है कि ईथीरियम अभी भी बिटकॉइन को फ्लिप करने के लिए ‘बहुत संभव' है।
रिपोर्ट के अनुसार, पिंकनर ने भविष्यवाणी की है कि सितंबर में संभावित मर्ज (merge) इवेंट के बाद दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी डिफ्लेशनेरी (deflationary) हो जाएगी। यह कई वर्षों की देरी के बाद आखिरकार प्रूफ-ऑफ-वर्क से प्रूफ-ऑफ-स्टेक में बदल जाएगी। इस महीने की शुरुआत में क्रिप्टोकरेंसी रिसर्च फर्म IntoTheBlock के एक एनालिस्ट लुकास आउटुमुरो (Lucas Outumuro) ने अनुमान लगाया था कि ईथर का प्रकाशन (issuance) -0.5% और -4.5% के बीच होगा।
इसका मतलब है कि दुनिया की दूसरी सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी दुर्लभ होती जा रही है। यह इसे बिटकॉइन पर एक बढ़त देती है। फैक्ट यह है कि ईथर की सर्कुलेटिंग सप्लाई कम होती रहेगी, जो इसकी कीमतों के लिए अच्छे संकेत देती है। मौजूदा कीमतों की बात करें तो आज यानी सोमवार को
ईथर के दाम 1,33,783 रुपये पर हैं। इनमें -0.83 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है। बीते कई महीनों से क्रिप्टो मार्केट में गिरावट का दौरा है, जिसका असर बिटकॉइन, ईथर समेत सभी प्रमुख ऑल्टकॉइंस पर दिखाई दे रहा है।
बहरहाल एक बहुप्रतीक्षित मर्ज अपग्रेड के उत्साह में ETH/BTC पिछले एक महीने में लगभग 34 फीसदी बढ़ गई हैं। हालांकि ये दोनों ईयर-टु-डेट के हाई मार्क से 12 फीसदी से ज्यादा नीचे हैं। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि ETH/BTC की जोड़ी जून 2017 में अपने रिकॉर्ड हाई से 54 फीसदी तक गिर गई है। पिंकनर का मानना है कि मौजूदा मैक्रो एनवायरनमेंट ईथीरियम को फायदा पहुंचा सकता है। वहीं, बिटकॉइन के दबदबे की बात करें, तो इसमें साल 2021 की शुरुआत से ही कमी आई है। ईथीरियम और बाकी टॉप ऑल्टकॉइंस ने बिटकॉइन के मार्केट शेयर को कम कर दिया है। इसके बावजूद इसकी मार्केट वैल्यू 41 फीसदी पर बनी हुई है।