अमेरिकी प्रेसिडेंट Donald Trump ने क्रिप्टो सेगमेंट पर बड़ा दांव लगाने का फैसला किया है। ट्रंप की सोशल मीडिया कंपनी Trump Media and Technology Group ने सबसे अधिक मार्केट वैल्यू वाली क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में लगभग 2.5 अरब डॉलर (लगभग 21,416 करोड़ रुपये) का इनवेस्टमेंट करने का फैसला किया है।
हाल ही में ट्रंप ने अमेरिका में
बिटकॉइन का स्ट्रैटेजिक रिजर्व बनाने के ऑर्डर पर भी साइन किए थे। ट्रंप ने जिस एग्जिक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए हैं उसमें यह स्पष्ट है कि इस सबसे लोकप्रिय
क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने के लिए टैक्सपेयर्स की रकम का इस्तेमाल नहीं होगा। Trump Media and Technology Group ने बताया है कि बिटकॉइन की इस खरीद के लिए लगभग 1.5 अरब डॉलर के शेयर्स और एक अरब डॉलर के कन्वर्टिबल नोट्स बेचे जाएंगे। ये बिटकॉइन Trump Media की बैलेंस शीट में लगभग 75.9 करोड डॉलर के कैश और शॉर्ट-टर्म इनवेस्टमेंट के साथ रखा जाएगा। इस बिटकॉइन होल्डिंग के लिए Crypto.com और Anchorage Digital कस्टडी उपलब्ध कराएंगे।
Trump Media के CEO, Devin Nunes ने कहा, "हम बिटकॉइन को फाइनेंशियल फ्रीडम के एक प्रमुख इंस्ट्रूमेंट के तौर पर देखते हैं।" Strategy (पूर्व में MicroStrategy) सहित कुछ अमेरिकी कंपनियों ने भी बिटकॉइन में बड़ा इनवेस्टमेंट किया है। पिछले कुछ महीनों में बिटकॉइन के प्राइस में काफी वोलैटिलिटी रही है। इसके पीछे अमेरिकी प्रेसिडेंट ट्रंप का चीन सहित कई देशों से इम्पोर्ट पर भारी टैरिफ लगाना बड़ा कारण है। हालांकि, ट्रंप के चीन के साथ ट्रेड को लेकर समझौता करने के संकेत देने से बिटकॉइन में रिकवरी हुई है और इसने दोबारा एक लाख डॉलर का लेवल पार किया है।
अमेरिकी बैंक JP Morgan का पूर्वानुमान है कि इस वर्ष गोल्ड की तुलना में बिटकॉइन अधिक रिटर्न दे सकता है। हाल ही में JP Morgan के एनालिस्ट्स ने कहा था, "इस वर्ष फरवरी के मध्य से अप्रैल के मध्य तक गोल्ड में बिटकॉइन की वजह से तेजी आई थी। हालांकि, पिछले कुछ सप्ताह से इसके विपरीत हो रहा है। बिटकॉइन का प्राइस गोल्ड की वजह से बढ़ रहा है।" JP Morgan के मैनेजिंग डायरेक्टर, Nikolaos Panigirtzoglou का कहना था, "इस वर्ष गोल्ड और बिटकॉइन के बीच बराबर का मुकाबला रहा है और बाकी वर्ष में भी यह ऐसा ही रह सकता है। हालांकि, इस वर्ष की दूसरी छमाही के लिए हमारा अनुमान गोल्ड का रिटर्न इससे कम रहने का है।"