देश की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने नौ विदेशी वर्चुअल डिजिटल एसेट्स सर्विस प्रोवाइडर्स (VDA SPs) के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया है। विदेशी एंटिटीज के खिलाफ यह कार्रवाई कम्प्लायंस को लेकर नियमों के उल्लंघन पर की गई है।
फाइनेंस मिनिस्ट्री की ओर से जारी एक
विज्ञप्ति के अनुसार, "वर्चुअल डिजिटल एसेट्स सर्विस प्रोवाइडर्स को इस वर्ष मार्च में PMLA के एंट्री मनी लॉन्ड्रिंग और काउंटर फाइनेंसिंग ऑफ टेररिज्म फ्रेमवर्क के प्रावधानों के दायरे में लाया गया था। विदेशी एंटिटीज के खिलाफ कम्प्लायंस को लेकर की गई कार्रवाई में FIU ने नौ विदेशी VDA SP को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।" इन VDA SPs में Binance, Kucoin, Huobi, Kraken, Gate.io, Bittrex, Bitstamp, MEXC Global और Bitfinex शामिल हैं।
इस विज्ञप्ति में बताया गया है कि FIU के डायरेक्टर ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी को पत्र लिखकर ऐसी एंटिटीज के URLs को ब्लॉक करने के लिए कहा है कि जो PMLA के प्रावधानों का पालन किए बिना देश में गैर कानूनी तरीके से चलाई जा रही हैं। देश में बिजनेस करने वाले और वर्चुअल डिजिटल एसेट्स और सामान्य करेंसीज के बिच एक्सचेंज, वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के ट्रांसफर, वर्चुअल डिजिटल एसेट्स को सुरक्षित रखने या वर्चुअल डिजिटल एसेट्स पर कंट्रोल रखने वाले इंस्ट्रूमेंट्स के एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़े VDA SPs को FIU के पास रजिस्ट्रेशन कराना होता है और PMLA के तहत अनिवार्य शर्तों का पालन करना होता है।
FIU के पास 31 VDA SPs ने रजिस्ट्रेशन कराया है। हालांकि, देश में बड़ी संख्या में यूजर्स को सर्विसेज देने वाली कई विदेशी एंटिटीज की ओर से रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जा रहा। इस वजह से इन एंटिटीज के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पिछले कुछ वर्षों में
क्रिप्टोकरेंसीज जैसे वर्चुअल डिजिटल एसेट्स में ट्रेडिंग करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसके साथ ही इस सेगमेंट में स्कैम के मामले भी हो रहे हैं और इससे बहुत से इनवेस्टर्स को नुकसान उठाना पड़ा है। इस सेगमेंट से जुड़ी एंटिटीज को कड़े नियमों के दायरे में लाने से स्कैम के मामलों पर लगाम लगाई जा सकती है। हाल ही में अमेरिका में एक बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज Binance पर कानून का उल्लंघन करने के कारण भारी जुर्माना लगाया गया था। क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगाने की मांग भी उठती रही है।