क्रिप्टो मार्केट में छाए गिरावट के बादलों के बीच जून महीने के आखिरी दिन भी क्रिप्टोकरेंसीज ने नुकसान दर्ज किया है। दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) को 2.27 फीसदी नुकसान का सामना करना पड़ा है। इंडियन एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार इसकी कीमत 21,111 डॉलर (लगभग 16.60 लाख रुपये) हो गई है। ग्लोबल लेवल पर भी लगभग दो फीसदी की गिरावट BTC ने दर्ज की है। Binance और CoinMarketCap के अनुसार, BTC की मौजूदा कीमत लगभग 20,069 डॉलर (लगभग 15.80 लाख रुपये) है। हालांकि यह इकलौती क्रिप्टोकरेंसी नहीं है, जो नुकसान दर्ज कर रही है।
दुनिया की दूसरी सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी ईथर (Ether) और सोलाना ने क्रमशः 5.36 फीसदी और 7.71 फीसदी की गिरावट का सामना किया है। गैजेट्स 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, ETH 1,147 डॉलर (लगभग 90,589 रुपये) पर कारोबार कर रहा है, वहीं SOL की कीमत 34 डॉलर (लगभग 2,740 रुपये) है।
Binance Coin, Cardano, Ripple, Polkadot, Avalanche और Polygon क्रिप्टोकरेंसीज ने भी नुकसान देखा है और ये सभी लिस्ट में
BTC,
ETH और
SOL के साथ शामिल हो गई हैं।
इस बीच, मीमकॉइंस के तौर पर पॉपुलर Shiba Inu और Dogecoin के साथ ही Uniswap और Cosmos ने थोड़ा मुनाफा दर्ज किया है।
ओवरऑल क्रिप्टो मार्केट एक दिन पहले की तुलना में 892 अरब डॉलर (लगभग 70,43,820 करोड़ रुपये) तक गिर गया है। एक दिन पहले यह 929 अरब डॉलर (लगभग 73,11,028 करोड़ रुपये) पर था।
CoinDCX रिसर्च टीम ने गैजेट्स 360 को बताया है कि अभी यह जरूरी है कि स्टेकहोल्डर्स क्रिप्टो असेट्स की क्षमता पर भरोसा रखें। वह क्रिप्टो इकोसिस्टम के डेवलपमेंट के लिए प्रोडक्ट्स का निर्माण जारी रखें। क्रिप्टो मार्केट में छाई मंदी के बीच रूस की संसद ने देश में डिजिटल असेट्स और क्रिप्टोकरेंसी इशू करने वालों को टैक्स राहत से जुड़े कानून को मंजूरी दी है।
भारत की बात करें, तो यहां भी क्रिप्टो अडॉप्टेशन में वृद्धि देखी जा रही है। एशिया के सबसे बड़े तेजोस हैकाथॉन के लिए पहले तीन हफ्तों में 6,000 से अधिक लोगों ने साइन-अप किया है। इस कॉम्पिटिशन के तहत प्राइज और ग्रांट्स के तौर पर 100,000 डॉलर (लगभग 79 लाख रुपये) से अधिक जीते जा सकते हैं।