मार्केट प्राइस के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin सहित क्रिप्टो मार्केट में बुधवार को कमजोरी थी। बिटकॉइन का प्राइस लगभग 0.65 प्रतिशत घटकर लगभग 67,288 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में इसकी वैल्यू में लगभग 442 डॉलर की कमी हुई है। मार्केट एनालिस्ट्स ने बताया कि इसमें खरीदारी और बिकवाली का लगभग समान प्रेशर है।
Ether का प्राइस 0.62 प्रतिशत घटकर 3,445 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में इसका प्राइस लगभग 20 डॉलर कम हुआ है। इसके अलावा Binance Coin, Solana, USD Coin, Cardano, Polkadot और Litecoin में गिरावट थी। पिछले एक दिन में
क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 0.50 प्रतिशत घटकर लगभग 2.65 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो फर्म Mudrex के CEO, Edul Patel ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन के लिए अगला रेजिस्टेंस 70,979 डॉलर पर है। इसके लिए सपोर्ट लेवल 68,955 डॉलर का है। लंदन स्टॉक एक्सचेंज की बिटकॉइन और Ethereum एक्सचेंज ट्रेडेड नोट्स (ETN) लॉन्च करने की घोषणा से मार्केट में पॉजिटिव सेंटीमेंट है।" क्रिप्टो ऐप CoinDCX की रिसर्च टीम ने कहा, "पिछले एक दिन में क्रिप्टो मार्केट में काफी वोलैटिलिटी रही है। अमेरिका में GDP का डेटा आने से वोलैटिलिटी बढ़ सकती है।" देश में क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। हाल ही में वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसीज को 'करेंसी' के तौर पर माना या देखा नहीं जाता।
क्रिप्टो मार्केट में आई तेजी के बाद इस सेक्टर को लेकर सरकार के रवैये में बदलाव के प्रश्न पर, सीतारमण का कहना था, "सरकार का हमेशा से यह मानना रहा है कि क्रिप्टो को लेकर बनाए गए एसेट्स को ट्रेडिंग और कई अन्य चीजों के लिए एसेट्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने इन्हें रेगुलेट नहीं किया है। ये करेंसीज नहीं हो सकते और यह केंद्र सरकार की पोजिशन है।" अमेरिका में
बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई थी। इन ETF में फंडिंग लगातार बढ़ रही है। इस महीने की शुरुआत में बिटकॉइन का प्राइस भी 73,700 डॉलर से अधिक पर गया था जो इसका हाई प्राइस है। कुछ देशों में इस सेगमेंट के लिए रूल्स भी बनाए जा रहे हैं।