बिटकॉइन ने बनाया 2 वर्ष का हाई, प्राइस 57,000 डॉलर तक पहुंचा

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती हुई टेक्नोलॉजीज से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत बताई थी

बिटकॉइन ने बनाया 2 वर्ष का हाई, प्राइस 57,000 डॉलर तक पहुंचा

इसमें तेजी का बड़ा कारण बिटकॉइन ETF में फंडिंग बढ़ना है

ख़ास बातें
  • यह पिछले दो वर्ष में बिटकॉइन का हाई लेवल है
  • पिछले एक दिन में बिटकॉइन में 4,263 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है
  • Ether ने दो वर्ष के बाद 3,220 डॉलर का लेवल पार किया है
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मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में मंगलवार को 8.38 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस लगभग 55,753 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसने शुरुआती ट्रेडिंग में 57,000 डॉलर का लेवल छुआ था। यह पिछले दो वर्ष में इसका हाई लेवल है। पिछले एक दिन में बिटकॉइन में 4,263 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। बिटकॉइन में तेजी का बड़ा कारण बिटकॉइन ETF में फंडिंग बढ़ना है। 

दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में भी उछाल था। पिछले एक दिन में इसका प्राइस 216 डॉलर बढ़ा है। इसने दो वर्ष में पहली बार 3,220 डॉलर का लेवल पार किया है। Ether का प्राइस पिछले कुछ दिनों से 3,000 डॉलर के निकट था। इसके अलावा Solana, Binance Coin, Ripple, Cardano, Tron, Chainlink, Near Protocol और Elrond के प्राइस भी बढ़े हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 6.05 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.12 लाख करोड़ डॉलर पर था। 

क्रिप्टो ऐप CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क ने Gadgets360 को बताया, "Blackrock के स्पॉट बिटकॉइन ETF की ट्रेडिंग वॉल्यूम 1.3 अरब डॉलर तक पहुंच गई है। हालांकि, बिटकॉइन के लिए लगभग 69,000 डॉलर के पिछले उच्चतम स्तर तक पहुंचना आसान नहीं होगा।" क्रिप्टो एक्सचेंज Mudrex के CEO, Edul Patel का कहना था, "Ether ने दो वर्ष के बाद 3,200 डॉलर के लेवल को पार किया है। इससे मार्केट में बुलिश सेंटीमेंट का संकेत मिल रहा है।" 

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती हुई टेक्नोलॉजीज से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत बताई थी। पिछले महीने अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर SEC की ओर से बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को स्वीकृति दी गई थी। देश में क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। इस महीने की शुरुआत में पेश हुए बजट से पहले क्रिप्टो इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि, इंटरिम बजट में फाइनेंस मिनिस्टर Nirmala Sitharaman ने क्रिप्टो सेगमेंट का कोई जिक्र नहीं किया था। इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स निराश हुए थे। सरकार ने लगभग डेढ़ वर्ष पहले प्रत्येक क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक प्रतिशत का TDS लगाया था। इसके साथ ही क्रिप्टो से प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत टैक्स लागू किया गया था। इससे क्रिप्टो की ट्रेडिंग एक्टिविटीज में कमी हुई है। 

भारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

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राधिका पाराशर

राधिका पाराशर के पास Gadgets 360 में वरिष्ठ संवाददाता की पोस्ट है। ये ...और भी

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