बिटकॉइन का प्राइस 52,000 डॉलर से पार, क्रिप्टो मार्केट में तेजी

Avalanche, Solana, Ripple, Chainlink, Tron, Cardano और Polkadot के प्राइस बढ़े हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 5.32 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.95 लाख करोड़ डॉलर पर था

बिटकॉइन का प्राइस 52,000 डॉलर से पार, क्रिप्टो मार्केट में तेजी

दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में 5.70 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है

ख़ास बातें
  • बिटकॉइन का प्राइस 52,044 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था
  • देश में क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ग्रोथ पर असर पड़ रहा है
  • क्रिप्टो से मिलने वाले प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत टैक्स लागू किया गया था
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मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में गुरुवार को 4.86 प्रतिशत की तेजी थी। इसने दो वर्ष से अधिक में पहली बार 52,000 डॉलर का लेवल पार किया है। बिटकॉइन का प्राइस 52,044 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। Bitcoin ETF में इनवेस्टमेंट बढ़ा है। इसमें लगी कुल रकम एक लाख करोड़ डॉलर को पार कर गई है। 

दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में 5.70 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। इसका प्राइस 2,792 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। पिछले दो दिन में यह 150 डॉलर बढ़ा है। इसके अलावा Avalanche, Solana, Ripple, Chainlink, Tron, Cardano और Polkadot के प्राइस बढ़े हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 5.32 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.95 लाख करोड़ डॉलर पर था। क्रिप्टो ऐप CoinDCX के मार्केट्स डेस्क ने Gadgets 360 को बताया, "क्रिप्टो मार्केट में तेजी जारी है। बिटकॉइन और Ether के प्राइस इस वर्ष के उच्च स्तर पर हैं। इसका बड़ा कारण बिटकॉइन स्पॉट ETF में इनवेस्टमेंट बढ़ना है। Ether के लिए अगला रेजिस्टेंस 2,900 डॉलर का है और इसके बाद यह 3,300 डॉलर तक जा सकता है। कुछ अन्य टोकन्स में भी पिछले कुछ दिनों में 20 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।" 

क्रिप्टो मार्केट को कुछ बड़े देशों के नेताओं के साथ ही इनवेस्टर्स से भी बढ़ावा मिल रहा है। इस सप्ताह की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती हुई टेक्नोलॉजीज से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत बताई थी। पिछले महीने अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर SEC की ओर से बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को स्वीकृति दी गई थी। 

देश में क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। इस महीने की शुरुआत में पेश हुए बजट से पहले क्रिप्टो इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि, इंटरिम बजट में फाइनेंस मिनिस्टर Nirmala Sitharaman ने क्रिप्टो सेगमेंट का कोई जिक्र नहीं किया था। इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स निराश हुए थे। केंद्र सरकार ने लगभग डेढ़ वर्ष पहले प्रत्येक क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक प्रतिशत का TDS लगाया था। इसके साथ ही क्रिप्टो से मिलने वाले प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत टैक्स लागू किया गया था। इससे क्रिप्टो की ट्रेडिंग एक्टिविटीज में कमी हुई है। कुछ देशों में रेगुलेटर्स ने इस सेगमेंट को लेकर चेतावनी दी है। हाल ही में  रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर इमर्जिंग मार्केट्स को खतरे की चेतावनी को दोहराया था। 
 

भारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

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राधिका पाराशर

राधिका पाराशर के पास Gadgets 360 में वरिष्ठ संवाददाता की पोस्ट है। ये ...और भी

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