मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में गुरुवार को 1.78 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस लगभग 34,690 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में बिटकॉइन में लगभग 740 डॉलर की तेजी आई है। इसके अलावा बहुत सी अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइसेज में भी बढ़ोतरी हुई है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस 0.08 प्रतिशत बढ़कर 1,793 डॉलर पर था। Avalanche, Tether, Solana, Cardano, Litecoin, Polygon, Polkadot, Monero और Cronos में भी तेजी थी। गिरावट वाली क्रिप्टोकरेंसीज में Binance Coin, Ripple, Litecoin, Stellar, Bitcoin SV, Neo Coin और Dash शामिल थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.94 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.28 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया।
CoinSwitch Ventures के इनवेस्टमेंट्स लीड, Parth Chaturvedi ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन में लगातार तेजी से अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइसेज पर ध्यान कम हो गया है।" CoinDCX की रिसर्च टीम ने कहा, "इनवेस्टर्स मार्केट के इस दौर में रिस्क को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हैं और इस वजह से क्रिप्टोरेंसीज में खरीदारी बढ़ सकती है। इससे बिटकॉइन के दबदबे पर असर हो सकता है। मार्केट सेंटीमेंट काफी सकारात्मक है। PEPE जैसे मीम टोकन्स में उछाल हुआ है और पिछले एक दिन में PEPE का प्राइस 25 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है।"
बिटकॉइन और Ether दोनों के प्राइसेज 50-डे और 200-डे के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज से अधिक पर ट्रेड कर रहे हैं।
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कुछ
क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी मार्केट पर असर पड़ा था। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। हालांकि, RBI की ओर से क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगाने की भी मांग की गई थी। कुछ देशों में रेगुलेटर्स इस सेगमेंट के लिए रूल्स बना रहे हैं। इससे इस मार्केट में स्कैम के मामलों में कमी हो सकती है और इनवेस्टर्स का भरोसा भी बढ़ सकता है।