मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का सोमवार को प्राइस इस वर्ष के उच्च स्तर पर पहुंच गया। भारतीय और इंटरनेशनल दोनों एक्सचेंजों पर इसमें लगभग दो प्रतिशत की तेजी आई और यह लगभग 21,075 डॉलर पर था। वीकेंड पर बिटकॉइन पिछले तीन महीनों के अपने उच्च स्तर पर पहुंचा था और इसकी वैल्यू 2,308 डॉलर बढ़ी थी।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में भी 2.64 प्रतिशत का उछाल आया है। इसका
प्राइस 1,566 डॉलर पर पहुंच गया। पिछले तीन दिनों में इसकी वैल्यू 160 डॉलर बढ़ी है। तेजी वाले अन्य ऑल्टकॉइन्स में Binance Coin, Cardano, Polygon और Solana शामिल थे। USD Coin, Ripple और Binance USD जैसे स्टेबलकॉइन्स के प्राइस भी बढ़े हैं। CoinMarketCap के अनुसार, पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2.04 प्रतिशत बढ़कर 994 अरब डॉलर से अधिक हो गया।
क्रिप्टो इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म Mudrex के CEO, Edul Patel ने Gadgets 360 को बताया, "कंज्यूमर प्राइसेज में गिरावट की रिपोर्ट के बाद मार्केट में तेजी आई है। इसे क्रिप्टोकरेंसीज में रिकवरी के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है और इसके जारी रहने का अनुमान है। अमेरिका का फेडरल रिजर्व भी इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी पर लगाम लगा सकता है।"
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल
FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी। FTX के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर क्लाइंट्स के फंड का इस्तेमाल किया गया था। एक्सचेंज के चीफ इंजीनियर ने कोड में बदलाव कर FTX के फाउंडर Sam Bankman Fried की फर्म Alameda Research को उधार ली गई रकम पर नुकसान उठाने के बावजूद उसके एसेट्स बेचने से छूट दी थी। इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो। कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पकड़ा था। SEC ने बताया कि इससे Alameda Research को बिना किसी लिमिट के क्रेडिट दिया जा रहा था। फर्म को दो वर्षों में अरबों डॉलर का उधार गोपनीय तरीके से मिला था। इस एक्सचेंज के क्लाइंट्स की रकम फंस गई है।