पिछले कुछ सप्ताह से गिरावट के बाद क्रिप्टो मार्केट में तेजी आ रही है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के प्राइस में गुरुवार को लगभग तीन प्रतिशत की तेजी रही। भारतीय एक्सचेंजों पर यह लगभग 19,477 डॉलर और इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर लगभग 19,509 डॉलर पर कारोबार कर रहा था।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
Ether के प्राइस में भी बढ़ोतरी हुई। Ethereum ब्लॉकचेन के सफल अपग्रेड से Ether को फायदा मिला है। Gadgets 360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, Ether लगभग 3.71 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1,335 डॉलर पर था। इस अपग्रेड में Ethereum के डिवेलपर्स ने इसके माइनिंग प्रोटोकॉल की प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) सिस्टम से प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) पर दोबारा कोडिंग की है। इससे Ethereum की एनर्जी की खपत बहुत कम होने की संभावना है। इस्तेमाल के लिए रिलीज किए जाने से पहले नेटवर्क के कई टेस्ट किए गए थे। इन टेस्ट से डिवेलपर्स को अपग्रेड होने के बाद नेटवर्क के प्रदर्शन को समझने में मदद मिली थी। इस ब्लॉकचेन पर 100 अरब डॉलर से अधिक के डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) ऐप्स को सपोर्ट मिलता है और इस वजह से अपग्रेड को लेकर सतर्कता बरती गई थी। अपग्रेड से stETH कहे जाने वाले क्रिप्टो डेरिवेटिव टोकन के इनवेस्टर्स को भी राहत मिल सकती है।
Binance Coin, Ripple, Cardano और Solana जैसे अन्य ऑल्टकॉइन्स के प्राइस भी बढ़े हैं। मीम कॉइन्स Dogecoin में 2.23 प्रतिशत और Shiba Inu में लगभग 2.44 प्रतिशत का उछाल रहा। Dogecoin का प्राइस 0.060 डॉलर और Shiba Inu का 0.000011 डॉलर पर था। कुछ ऑल्टकॉइन्स में गिरावट भी हुई। इनमें Tether, Binance USD, Chainlink और Stellar शामिल हैं।
क्रिप्टो का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.67 प्रतिशत बढ़कर 941.32 अरब डॉलर का है। पिछले वर्ष नवंबर में
बिटकॉइन ने 67,000 डॉलर से अधिक का हाई बनाया था। इसके बाद से इसमें काफी गिरावट आई है। इसका प्राइस गिरने से इनवेस्टर्स के साथ ही इस सेगमेंट से जुड़ी फर्मों को भी बड़ा नुकसान हुआ है। बहुत से देशों में रेगुलेटर्स ने भी क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर इनवेस्टर्स को चेतावनी दी है। इससे भी मार्केट पर प्रेशर बढ़ा है। क्रिप्टो से जुड़ी कुछ फर्मों ने बैंकरप्सी के लिए भी आवेदन किया है। इसके अलावा इन फर्मों ने खर्च घटाने के लिए छंटनी जैसे उपाय भी किए हैं।