बिटकॉइन को कानूनी मान्यता देने वाला अल-साल्वाडोर दुनिया का पहला देश है। हाल में यह देश क्रिप्टो से जुड़े मामलों का सामना कर रहा है। देश के लोगों ने सरकार की ओर से जारी किए गए चिवो Chivo वॉलेट में फ्रॉड लेनदेन की शिकायत की है। अल-साल्वाडोर के कई लोगों ने शिकायत की है कि उनके चिवो वॉलेट से रहस्यमयी तरीके से बिटकॉइन गायब हो रहे हैं। सितंबर में अल-साल्वाडोर ने बिटकॉइन को लीगल करेंसी के रूप में अपनाया था। उसके बाद से ही देश के राष्ट्रपति नायब बुकेले, सोशल मीडिया पर बिटकॉइन का सपोर्ट करते रहते हैं।
पीड़ित लोग अपना पक्ष रखने के लिए ट्विटर पर स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं। कई लोग सरकार के अलावा चिवो वॉलेट अधिकारियों से मदद के लिए संपर्क कर रहे हैं। उनसे जवाब भी मांग रहे हैं। लोगों ने आरोप लगाया है कि ‘अनधिकृत लेनदेन' के बदले उन्हें बिटकॉइन टोकन की कीमत चुकानी पड़ी है।
एक यूजर ने अल साल्वाडोर से होने का दावा करते हुए Gadgets 360 को बताया कि शिकायत करने पर भी लोगों को कोई जवाब नहीं मिलता। शख्स अपना नाम नहीं बताना चाहता है।
उस व्यक्ति ने Gadgets 360 के साथ एक स्प्रेडशीट भी शेयर की, जिसमें यूजर्स की शिकायतों के ट्वीट के लिंक हैं। कुछ ट्वीट्स में चिवो वॉलेट पर लेन-देन के स्क्रीनशॉट हैं।
अल साल्वाडोर सरकार के सपोर्ट के साथ चिवो वॉलेट को दुनिया भर में USD और बिटकॉइन में लेनदेन की सुविधा देने के लिए बनाया गया था। मैक्सिकन क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Bitso इसका सर्विस प्रोवाइडर है। अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति बुकेले के अनुसार 20 लाख से ज्यादा लोग चिवो वॉलेट का इस्तेमाल करते हैं।
टॉम्स हार्डवेयर की एक
रिपोर्ट का अनुमान है कि अल साल्वाडोर में चिवो वॉलेट से लगभग 16,000 डॉलर (लगभग 12 लाख रुपये) कीमत के बिटकॉइन गायब हो गए हैं। दूसरी ओर एक अन्य ट्विटर थ्रेड का दावा है कि $120,000 (लगभग 90 लाख रुपये) कीमत के बिटकॉइन गायब हो गए हैं।
इस मामले पर अल-साल्वाडोर की ओर से कोई ऑफिशियल बयान नहीं आया है। चिवो वॉलेट के ट्विटर अकाउंट पर भी 2 नवंबर के बाद कोई एक्टिविटी नहीं हुई है। इस बीच, अल साल्वाडोर में बिटकॉइन के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है।
CryptoWhale के अनुसार, देश में बिटकॉइन ट्रांजैक्शंस में 89 फीसदी की कमी आई है, जब से इसे करेंसी का दर्जा दिया गया है। इसके बावजूद राष्ट्रपति बुकेले का दृष्टिकोण क्रिप्टो के समर्थन में है।