क्रिप्टो मार्केट में वीकेंड पर वापस तेजी आई है। Bitcoin का प्राइस सोमवार को भारतीय और इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर लगभग 1.50 प्रतिशत की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था। यह लगभग 23,540 डॉलर पर था। हालांकि, वीकेंड पर इसकी वैल्यू में लगभग 423 डॉलर की गिरावट हुई है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether की वैल्यू लगभग 2.25 प्रतिशत बढ़ी है। Gadgets 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, Ether का प्राइस 1,638 डॉलर पर था। वीकेंड पर इसकी वैल्यू में अधिक बदलाव नहीं हुआ है। इसके अलावा अधिकतर क्रिप्टोकरेंसीज में तेजी थी। हालांकि, Tether, USD Coin और Ripple जैसे स्टेबलकॉइन्स के प्राइसेज गिरे हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 1.27 प्रतिशत बढ़कर 1.07 लाख करोड़ डॉलर पर था।
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) ने क्रिप्टो एसेट्स को लेकर एक एक्शन प्लान पेश किया है। इसमें एक बड़ा प्वाइंट
बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज को कानूनी दर्जा नहीं देने का है। क्रिप्टो फर्म Mudrex के को-फाउंडर और CEO, Edul Patel ने Gadgets 360 को बताया, "वीकेंड पर दोनों बड़ी क्रिप्टोकरेंसीज में में कुछ गिरावट थी क्योंकि इनवेस्टर्स पिछले सप्ताह पब्लिश हुए अमेरिका के एंप्लॉयमेंट डेटा का विश्लेषण कर रहे थे।" इस डेटा से पता चलता है कि लेबर मार्केट में इन्फ्लेशन बरकरार है और आगामी दिनों में इसमें बढ़ोतरी हो सकती है।
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी। FTX के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर क्लाइंट्स के फंड का इस्तेमाल किया गया था। एक्सचेंज के चीफ इंजीनियर ने कोड में बदलाव कर FTX के फाउंडर Sam Bankman Fried की फर्म Alameda Research को उधार ली गई रकम पर नुकसान उठाने के बावजूद उसके एसेट्स बेचने से छूट दी थी। इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो। कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पकड़ा था। SEC ने बताया था कि इससे Alameda Research को बिना किसी लिमिट के क्रेडिट दिया जा रहा था। फर्म को दो वर्षों में अरबों डॉलर का उधार गोपनीय तरीके से मिला था।