क्रिप्टो एक्सचेंज Binance के नेटिव टोकन BNB की अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने जांच शुरू कर दी है। इसमें यह तय किया जाएगा कि इसका लॉन्च वैध था या नहीं। SEC यह पक्का करना चाहता है कि BNB टोकन को इनिशियल कॉइन ऑफरिंग (ICO) के तौर पर बेचे जाने के दौरान यह रजिस्टर्ड सिक्योरिटी थी।
बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक Binance पर ट्रांजैक्शन फीस के भुगतान के लिए BNB टोकन का अधिक इस्तेमाल होता है। Binance की लीगल टीम का कहना है कि एक्सचेंज उन देशों में रेगुलेशंस का पालन करना जारी रखेगा जिनमें वह ऑपरेट करता है। Engadget ने एक्सचेंज के प्रवक्ता के हवाले से
बताया है, "इस इंडस्ट्री के तेज ग्रोथ के साथ हम अमेरिका और अन्य देशों में कानून के पालन को लेकर सतर्कता से काम कर रहे हैं। इसके साथ ही नई गाइडलाइंस का भी पालन किया जा रहा है। हम रेगुलेटर्स की ओर से तय की गई सभी जरूरतों को पूरा करना जारी रखेंगे।" Binance ने कई देशों में अपनी लीगल टीम को मजबूत करने की योजना बनाई है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि एक्सचेंज जिस देश में बिजनेस कर रहा है उसके कानूनों का पालन किया जाए।
SEC उन ICO की पहचान करने की कोशिश कर रहा है जो बिक्री से पहले रजिस्टर्ड नहीं थे। ICO से लोगों को Web3 प्रोजेक्ट्स में शुरुआती दौर में इनवेस्टमेंट करने का मौका मिलता है। इन प्रोजेक्ट्स में लॉन्च के बाद अधिक रिटर्न देने की क्षमता होती है। हालांकि, ऐसे प्रोजेक्ट्स के स्कैम होने की आशंका भी रहती है जिससे इनवेस्टर्स को नुकसान हो सकता है।
हाल ही में Binance Labs ने अपने
Web3 से जुड़े फंड के लिए लगभग 50 करोड़ डॉलर का इनवेस्टमेंट हासिल किया है। इनवेस्टमेंट करने वालों में DST Global Partners और Breyer Capital शामिल हैं। इस फंड से क्रिप्टो और Web3 स्टार्टअप्स की मदद की जाएगी। Binance Labs को चलाने वाली Binance Global दुनिया के बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक की मालिक है। इसकी योजना अब Web3 से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम करने की है। इनमें क्रिप्टोकरेंसीज, नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) और मेटावर्स पर काम करने वाले प्रोजेक्ट्स होंगे। लगभग चार वर्ष पहले शुरू की गई Binance Labs ने इससे पहले कई Web3 प्रोजेक्ट्स को फंड दिया है। इसके पोर्टफोलियो में Audius, Polygon और Injective जैसे प्रोजेक्ट्स हैं।