दुनियाभर के देशों की चिंताओं के बावजूद क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) के लिए समर्थन बढ़ रहा है। अब ऐपल के को-फाउंडर स्टीव वोज्नियाक (Steve Wozniak) ने सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन (Bitcoin) की सराहना की है। उन्होंने इसे ‘प्योर गोल्ड मैथमैटिक्स' कहा। बिजनेस इनसाइडर के साथ बातचीत में उन्होंने बिटकॉइन के लिए अपना सपोर्ट दोहराया। साल 2009 में शुरू हुई बिटकॉइन मौजूदा वक्त में सबसे वैल्यू वाली क्रिप्टोकरेंसी है। सोमवार को यह लगभग 40,000 डॉलर (लगभग 30.5 लाख रुपये) पर कारोबार कर रही थी। इसका कुल बाजार पूंजीकरण 724 बिलियन डॉलर (लगभग 55,76,734 करोड़ रुपये) से अधिक है। हालांकि बिटकॉइन को लेकर वोज्नियाक का नजरिया, ओवरऑल क्रिप्टो सेक्टर पर उनकी राय से अलग है।
स्टीव वोज्नियाक का मानना है कि हर दिन बड़ी संख्या में क्रिप्टोकरेंसी सामने आ रही है, जिससे इस सेक्टर की विश्वसनीयता दूर होती जा रही है। वह कई क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं। स्टीव की चिंता ऑल्टकॉइंस को लेकर ज्यादा है। U.Today के
मुताबिक, स्टीव का कहना है कि बहुत सारी क्रिप्टोकरेंसी सामने आ रही हैं। हर किसी के पास कुछ नया बनाने का तरीका है और साथ में एक सेलिब्रिटी स्टार होता है। ऐसा लगता है कि वे सिर्फ लोगों से पैसे इकट्ठा कर रहे हैं।
हालांकि यह पहली बार नहीं है कि जब वोज्नियाक ने क्रिप्टो सेक्टर को लेकर बात की है। पिछले साल नवंबर में उन्होंने कहा था कि क्रिप्टो के 'अनट्रेसेबल' नेचर को समाधान की जरूरत है।
बात करें, क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की, तो मार्च का दूसरा हफ्ता क्रिप्टो मार्केट के लिए अच्छा साबित नहीं हो रहा है। सोमवार को बिटकॉइन की वैल्यू (Bitcoin latest value) में 2.20 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। भारतीय एक्सचेंज CoinSwitch Kuber पर खबर लिखते समय तक, BTC की कीमत $39,398 (लगभग 30 लाख रुपये) थी। Binance और Coinbase जैसे अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज्स पर, बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin price today) में 2.12 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, और यह लगभग $37,784 (लगभग 29 लाख रुपये) पर ट्रेड हो रहा था। पिछले हफ्ते बिटकॉइन की कीमत में ज्यादातर $45,000 (लगभग 34.5 लाख रुपये) के आसपास ही रही।
Bitcoin में गिरावट के साथ लगभग सभी अन्य क्रिप्टोकॉइन भी लॉस के साथ ट्रेड हो रहे हैं। रूस द्वारा 24 फरवरी से यूक्रेन पर आक्रमण शुरू किया गया था, और तब से युद्ध चल ही रहा है। इसके अलावा, हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच हुई शांति वार्ता में भी असफल रही हैं।