220 करोड़ से ज्यादा Shiba Inu टोकन करीब 1 हफ्ते में हुए सर्कुलेशन से बाहर

डेड वॉलेट वह क्रिप्टोकरेंसी एड्रेस होते हैं, जो कई वर्षों से निष्क्रिय होते हैं। इनमें हमेशा फंड होता है, लेकिन इनसे आउटगोइंग ट्रांजैक्शन नहीं होते हैं।

220 करोड़ से ज्यादा Shiba Inu टोकन करीब 1 हफ्ते में हुए सर्कुलेशन से बाहर

SHIB एक मीम करेंसी है, जिसे मज़ाक के रूप में शुरू किया गया था

ख़ास बातें
  • लगभग एक हफ्ते में करीब 220 करोड़ SHIB टोकन को बर्न किया गया है
  • इनमें से एक चौथाई टोकन मात्र 24 घंटों में बर्न किए गए हैं
  • 14 से 20 मार्च के बीच करीब 200 करोड़ SHIB टोकन एक डेड वॉलेट में भेजे गए
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Shiba Inu के बर्निंग प्रोसेस में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है, जहां दावा किया गया है कि लगभग एक हफ्ते में करीब 220 करोड़ SHIB टोकन को बर्न किया गया है। यह जानकारी भी दी गई है कि इनमें से एक चौथाई टोकन मात्र 24 घंटों में बर्न किए गए हैं। बता दें कि कॉइन बर्निंग एक ऐसा प्रोसेस होता है, जहां क्रिप्टोकरेंसी माइनर्स और डेवलपर्स अपनी कीमत को कंट्रोल करने के लिए टोकन के एक हिस्से को सर्कुलेशन से हटा देते हैं। सप्लाई को सीमित करने से कीमत को कंट्रोल किया जा सकता है, जिससे उस टोकन को होल्ड करने वाले निवेशकों को टोकन को लंबे समय तक होल्ड करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

Shiba Inu की बर्निंग पर नज़र रखने वाली वेबसाइट Shibburn ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए (via U.Today) जानकारी दी है कि SHIB फैन्स "टोकन बर्न्स" की टेक्नोलॉजी के साथ टोकन के एक बड़े हिस्से को सर्कुलेशन से बाहर कर रहे हैं। जानकारी दी गई है कि पिछले हफ्ते लगभग 7 दिनों में SHIB के करीब 220 करोड़ टोकन को बर्न किया गया है, जिसका एक चौथाई हिस्सा करीब 24 घंटों में बर्न हुआ है।

Shibburn का कहना है कि 14 मार्च से लेकर 20 मार्च के बीच करीब 200 करोड़ SHIB टोकन एक डेड वॉलेट में ट्रांस्फर हुए हैं। डेड वॉलेट वह क्रिप्टोकरेंसी एड्रेस होते हैं, जो कई वर्षों से निष्क्रिय होते हैं। इनमें हमेशा फंड होता है, लेकिन इनसे आउटगोइंग ट्रांजैक्शन नहीं होते हैं। इसका मतलब है ये अकाउंट इन SHIB टोकन को आगे दोबारा खर्च नहीं कर सकते हैं और न ही इनमें से इन टोकन को निकाला जा सकता है।

रविवार को Shibburn ने ट्वीट किया था कि कुल 1,633,542,121 Shiba Inu टोकन को कई डेड वॉलेट में ट्रांस्फर किया गया है। उस समय तक इन टोकन की कुल कीमत लगभग $37,979 (लगभग 29 लाख रुपये) थी। इन सभी ट्रांस्फर को 55 ट्रांजेक्शन के जरिए अंजाम दिया गया है।

इतना ही नहीं, Shibburn द्वारा रविवार को किए गए अन्य ट्वीट में बताया गया था कि पिछले 24 घंटों में कुल 175,109,831 SHIB टोकन्स को 87 ट्रांस्फर के जरिए सर्कुलेशन से बाहर निकाला गया था। इसके बाद सोमवार को भी 392,838,690 टोकन्स को मात्र 4 ट्राजेक्शन के जरिए डेड वॉलेट में भेजा गया था। ये कुल मिला कर 220 करोड़ का करीब एक चौथाई हिस्सा होता है।
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नितेश पपनोई Nitesh has almost seven years of experience in news writing and reviewing tech products like smartphones, headphones, and smartwatches. At Gadgets 360, he is covering all ...और भी

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