ग्रोफर्स Grofers के नाम से मशहूर और अब ब्लिंकिट Blinkit हो चुका ऑनलाइन डिलिवरी प्लेटफॉर्म देश में अपने ऑपरेशंस को सीमित कर रहा है। कंपनी ने सोमवार को घोषणा की कि वह केवल उन जगहों पर काम करेगी, जहां 10 मिनट में यूजर्स को प्रोडक्ट की डिलिवरी दे सकती है। ब्लिंकिट उन एरिया में अपनी सर्विसेज को अस्थायी रूप से बंद कर रहा है, जहां वह 10 मिनट की समयसीमा में डिलिवरी को पूरा नहीं कर सकता है। ग्रोफर्स ने हाल ही में खुद को ब्लिंकिट के रूप में रीब्रांड किया है। Swiggy का Instamart, BigBasket, Dunzo और Zepto इस क्षेत्र में कंपनी के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी हैं।
ब्लिंकिट के फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर अलबिंदर ढींडसा ने एक
ब्लॉग पोस्ट के जरिए उन एरिया में सर्विस बंद करने की घोषणा की, जहां वह तेजी से डिलिवरी नहीं कर सकते। ब्लिंकिट की सर्विस अब केवल उन एरिया में उपलब्ध होगी, जहां कंपनी 10 मिनट (या उससे कम) समय में यूजर्स को डिलिवरी पहुंचा सकती है।
ढींडसा ने कहा कि इसका हमारे बिजनेस के आकार और कस्टमर्स की संख्या पर काफी असर पड़ेगा। हमें लगता है कि हमारे रोजाना 200000 कस्टमर्स में से यह लगभग 75000 को प्रभावित करेगा।
उन्होंने कहा कि हम हर चार घंटे में एक नया स्टोर खोल रहे हैं और चार हफ्ते के अंदर प्रभावित हुए सभी कस्टमर्स को सर्विस देने की उम्मीद करते हैं। यूजर्स हमारे ऐप पर अपनी सटीक लोकेशन अपडेट करके चेक कर सकते हैं कि उनके एरिया में ब्लिंकिट की सर्विस उपलब्ध है या नहीं।
ग्रोफर्स ने 2013 में एक ऑनलाइन ग्रोसर के तौर पर कामकाज शुरू किया था। कंपनी ने पिछले हफ्ते ही ब्लिंकिट नाम के साथ खुद को रीब्रांड किया है।
कंपनी मुख्य रूप से अब तक किराना डिलिवरी पर फोकस करती थी। कहा जाता है कि इसके पास आठ शहरों में 100 से अधिक पार्टनर स्टोर या वेयरहाउस हैं। वर्तमान में कथित तौर पर इसके 2000 कर्मचारी हैं और भारत के 12 शहरों में एक हफ्ते में 10 लाख से ज्यादा ऑर्डर प्रोसेस किए जाते हैं।
गौरतलब है कि कोविड के दौर में लोग तेजी से ऑनलाइन ग्रोसरी शॉपिंग की ओर बढ़े हैं, जिसका सीधा फायदा ब्लिंकिट जैसे प्लेटफॉर्म्स को हुआ है। कंपनी पूरी सेफ्टी और हाइजीन के साथ डिलिवरी देने का दावा करती है।