WhatsApp ने इंडिया के लिए दो नए सेफ्टी फीचर पेश किए हैं। इनका नाम है- फ्लैश कॉल और मेसेज लेवल रिपोर्टिंग। फ्लैश कॉल फीचर, ऐप पर रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के दौरान काम आएगा, जहां यह SMS वेरिफिकेशन ऑप्शन के अलावा मौजूद रहेगा। वॉट्सऐप का कहना है कि ये दोनों फीचर, यूजर्स के एक्सपीरियंस को सिक्योर बनाए रखने के लिए पेश किए गए हैं। गौरतलब है कि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के अलावा भी वॉट्सऐप कई सेफ्टी फीचर्स देता है जैसे- कॉन्टैक्ट्स को ब्लॉक करना, किसके साथ क्या शेयर करना है इस पर कंट्रोल, डिसअपीयरिंग मेसेज और टच आईडी या फेस आईडी की मदद से ऐप को लॉक करना।
ऐप को और अधिक सिक्योर बनाने की अपनी कोशिशों के तहत वॉट्सऐप ने फ्लैश कॉल और मेसेज लेवल रिपोर्टिंग फीचर्स को शुरू किया है। फ्लैश कॉल सर्विस की मदद से यूजर्स नए फोन पर वॉट्सऐप सेट करते समय या पुराने फोन में दोबारा वॉट्सऐप इंस्टॉल करने के दौरान ऑटो कॉल के जरिए अपने फोन नंबर को वेरिफाई कर सकते हैं। यानी लोगों को अब एसएमएस वेरिफिकेशन के दौरान ओटीपी आने का इंतजार नहीं करना होगा। यह फीचर फिलहाल एंड्रॉयड यूजर्स के लिए ही उपलब्ध है और वॉट्सऐप को फोन पर कॉल करके नंबर वेरिफाई करने की इजाजत देता है। वॉट्सऐप का दावा है कि यह ज्यादा सेफ ऑप्शन है, क्योंकि इसमें सबकुछ ऐप के अंदर होता है।
वहीं वॉट्सऐप यूजर अब एक खास मेसेज को चिह्नित करके भी वॉट्सऐप अकाउंट्स की रिपोर्ट कर सकते हैं। इसके लिए उस पर्टिकुलर मेसेज को कुछ देर तक प्रेस करने के बाद यूजर की रिपोर्ट करने या उसे ब्लॉक करने का ऑप्शन हासिल किया जा सकता है। अपनी लेटेस्ट ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट में वॉट्सऐप का कहना है कि उसने सितंबर महीने में 2.2 मिलियन से ज्यादा अकाउंट्स पर बैन लगा दिया।
वॉट्सऐप की तरफ से पेश किए गए अन्य सेफ्टी फीचर्स की बात करें, तो यूजर को यह कंट्रोल है कि कौन उनकी प्रोफाइल पिक देख सकता है और कौन नहीं। इसी तरह लास्ट सीन, अबाउट और स्टेट्स को भी कंट्रोल किया जा सकता है। यानी जिसे आप चाहेंगे, वही आपका स्टेटस, लास्ट सीन देख सकेगा। जो यूजर और ज्यादा सिक्योरिटी चाहते हैं, उन्हें टू स्टेप वेरिफिकेशन का ऑप्शन भी मिलता है। कंपनी ने डिसअपीयरिंग मेसेज और व्यू वंस को भी बीते दिनों पेश किया था। इनकी मदद से कोई फोटो और विडियो तब गायब हो जाता है, जब यूजर उसे एक बार देख लेता है।