Google की नई प्राइवेसी पॉलिसी कहती है कि कोई भी थर्ड-पार्टी ऐप आपकी कॉल को चुप-चाप रिकॉर्ड नहीं कर सकता है। Android निर्माता ने पहले सितंबर 2019 में Android 10 के लॉन्च के साथ माइक्रोफोन के जरिए कॉल रिकॉर्ड करने से ऐप्स को ब्लॉक कर दिया था। इसके बाद, गूगल ने डेवलपर्स द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले एक्सेसिबिलिटी एपीआई (Accessibility API) को भी एंड्रॉयड पर कॉल रिकॉर्डिंग के लिए उपयोग करने से हटा दिया। हालांकि, फोन पर पहले से इंस्टॉल किए गए फर्स्ट-पार्टी डायलर ऐप्स और Google डायलर अभी भी रीजन और निर्माता के आधार पर फोन कॉल रिकॉर्ड करने में सक्षम हैं, लेकिन इसमें कॉल के दौरान दूसरे पक्ष को एक अलर्ट जाता है।
हालांकि, अभी भी ऐसे कई तरीके इंटरनेट पर उपलब्ध हैं, जिनके जरिए आप कॉल रिकॉर्डिंग अलर्ट को बंद कर सकते हैं। इसका सीधा मतलब गूगल की पॉलिसी का उल्लंघन है। एक ऐसा ही ऐप
TSSLexx है, जिसके जरिए एंड्रॉयड यूजर साइलेंट कॉल रिकॉर्डिंग को एक्टिवेट कर सकते हैं, जिसका मतलब है कि बिना आपकी जानकारी के आपकी बातचीत रिकॉर्ड हो जाएगी। इंटरनेट पर कई आर्टिकल ऐसे मौजूद हैं, जो इस ऐप के जरिए साइलेंट कॉल रिकॉर्डिंग एक्टिवेट करने का तरीका बताते हैं।
यह प्रोसेस बहुत आसान है और कुछ स्टेप्स में पूरा हो जाता है, जिसका मतलब है कि इसे बड़ी संख्या में इस्तेमाल किया जा रहा होगा। Gadgets 360 ने भी इस ऐप को आजमा कर देखा और पाया कि यह सही में काम करता है। ऐप कॉल रिकॉर्डिंग को साइलेंट कर देता है, जिससे कॉल के दौरान दूसरे पक्ष को किसी प्रकार का अलर्ट नहीं जाता है। ऑन होने के साथ-साथ कॉल रिकॉर्डिंग के खत्म होने पर भी दूसरे पक्ष को किसी प्रकार का अलर्ट नहीं जाता है।
निश्चित तौर पर यह
गूगल की प्राइवेसी पॉलिसी का उल्लंघन है। वर्तमान में इस ऐप को Play Store पर 10 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है और लगभग 8,200 रिव्यू के साथ इसकी औसत रेटिंग 3.9 स्टार है।
जैसा कि हमने बताया, इस पॉलिसी की वजह से
Truecaller को कॉल रिकॉर्डिंग फीचर बंद करना पड़ा था। इसके अलावा कॉल रिकॉर्डिंग वाले कई ऐप्स को भी प्ले स्टोर से हटा दिया गया था।