TikTok बैन के बाद अब आखिरकार टिकटॉक की इस फैसले पर प्रतिक्रिया सामने आई है। TikTok India के प्रमुख निखिल गांधी का कहना है, "हमें संबंधित सरकारी स्टेकहोल्डर्स के साथ मिलकर जवाब देने और स्पष्टीकरण देने के लिए आमंत्रित किया गया है।" उन्होंने अपने जवाब में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि वह चीनी सरकार के साथ किसी प्रकार की जानकारी साझा नहीं करते हैं। आपको बता दें, भारत सरकार ने सोमवार रात आदेश दिया कि देश में चीन के 59 ऐप्स को बैन किया जा रहा है, जिसके तुरंत बाद ही Google Play store और Apple App Store से टिकटॉक ऐप को हटा दिया गया। जहां ऐप्स स्टोर की लिस्टिंग से टिकटॉक को हटा लिया गया है, वहीं जिन यूज़र्स के फोन में यह ऐप पहले से ही इंस्टॉल था, वह इसका इस्तेमाल अब भी कर सकते हैं।
TikTok के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के द्वारा ज़ारी किए बयान में निखिल गांधी ने पुष्टि की है कि फिलहाल
बैन ऑर्डर को लागू करने की प्रक्रिया चल रही है। कंपनी के प्रतिनिधि इस मामले पर चर्चा और स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने हेतू सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। निखिल गांधी का कहना है कि टिकटॉक के लिए यूज़र्स की गोपनीयता और सुरक्षा प्राथमिक है व यूज़र्स के डेटा के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। यहां तक कि चीनी सरकार इस बाबत कोई निवेदन भी करे तब भी।
गांधी ने अपने बयान में कहा, "टिकटॉक भारतीय कानून के तहत सभी डेटा गोपनीयता और सुरक्षा आवश्यकताओं का पालन करता है और हमारे भारतीय यूज़र्स की किसी प्रकार की जानकारी किसी विदेशी सरकार के साथ साझा नहीं की जाती, जिसमें चीन सरकार भी शामिल है। साथ ही अगर हमसे भविष्य में भी इस तरह का निवेदन किया गया, तो हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे। हमारे लिए यूज़र्स की गोपनीयता और अखंडता सबसे महत्वपूर्ण है।"
गांधी ने यह भी कहा कि कई लाखों लोग अपनी जीवनशैली के लिए केवल TikTok पर ही निर्भर हैं, इनमें से कई फर्स्ट टाइम इंटरनेट यूज़र्स भी शामिल हैं।
ऐप्स स्टोर से टिकटॉक का डिलीट होने का मतलब है कि अब इस ऐप से संबंधित किसी प्रकार का अपडेट आपको नहीं मिलेगा। हालांकि, यदि आपके पास पहले से ही ऐप मौजूद है, तो आप इसका इस्तेमाल कर सकते है लेकिन किसी प्रकार के नए फीचर्स व सिक्योरिटी बदलाव अब भविष्य में नहीं किए जाएंगे।
TikTok के अलावा भारत सरकार ने 58 चीनी ऐप्स को भारत में बैन किया है, जिसमें ShareIt, UC Browser, Shein, Club Factory, Clash of Kings, Helo, Mi Community, CamScanner, ES File Explorer, VMate जैसे कई ऐप्स शामिल हैं। सरकार का दावा है कि ये सभी ऐप्स इस तरह की गतिविधियों में शामिल थे, जिससे देश की संप्रभुता और अखंडता, देश की सुरक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था आदि के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है।