जून में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक कानून पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत सरकार-निर्मित Max मैसेंजर को राष्ट्रीय डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में लॉन्च किया जाएगा।
सरकारी योजना के तहत विदेशी मैसेंजर पर कार्रवाई
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रूस ने Telegram और WhatsApp पर वॉइस और वीडियो कॉल्स को आंशिक रूप से प्रतिबंधित कर दिया है। देश के टेलीकम्युनिकेशन रेगुलेटर रोसकोमनाडजोर (Roskomnadzor) ने दावा किया कि इन ऐप्स का इस्तेमाल धोखाधड़ी, वसूली और आतंकी एक्टिविटीज में बढ़ रहा है। यह कदम रूस की उस व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत पश्चिमी मैसेंजर सर्विसेज को हटाकर घरेलू ऑप्शन अपनाए जा रहे हैं। हाल ही में सरकार ने मैक्स नाम का स्टेट-डेवलप्ड मैसेंजर लॉन्च किया है, जिसे सरकारी सर्विसेज के साथ इंटीग्रेट किया गया है। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि यह प्लेटफॉर्म नागरिकों पर मॉनिटरिंग बढ़ाने का जरिया बन सकता है।
द कीव इंडिपेंडेट की रिपोर्ट के मुताबिक, रोसकोमनाडजोर ने दावा किया कि WhatsApp और Telegram रूस में धोखाधड़ी, पैसों की वसूली और नागरिकों को आतंकी गतिविधियों में शामिल करने के प्रमुख जरिया बन गए हैं। ऐसे में रेगुलेटर ने इन ऐप्स से वॉइस और वीडियो कॉल्ड को प्रतिबंधित करना शुरू कर दिया है।
इस प्रतिबंध की सिफारिश कथित तौर पर पहले ही देश के प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटरों द्वारा कर दी गई थी। ऑपरेटरों ने बढ़ती इक्विपमेंट लागत, मेंटेनेंस खर्च, मोबाइल डेटा ट्रैफिक में उछाल और संदिग्ध एक्टिविटीज को ब्लॉक न करने की स्थिति में कानूनी जिम्मेदारी को लेकर चिंता जताई थी।
जून में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक कानून पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत सरकार-निर्मित Max मैसेंजर को राष्ट्रीय डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में लॉन्च किया जाएगा। यह प्लेटफॉर्म सरकारी सर्विसेज के साथ इंटीग्रेटेड होगा। हालांकि, ह्यूमन राइट्स ग्रुप्स का कहना है कि इसका इस्तेमाल नागरिकों पर नजर रखने के लिए किया जा सकता है।
पिछले कुछ हफ्तों में रूसी प्रशासन ने इंटरनेट शटडाउन और स्लोडाउन की कार्रवाई तेज कर दी है, ताकि यूक्रेनी ड्रोन के नेविगेशन को बाधित किया जा सके। अधिकारियों ने नागरिकों को सलाह दी है कि ऐसे समय पर वायर्ड इंटरनेट, वाई-फाई, ऑफलाइन मैप्स और कैश पेमेंट का इस्तेमाल करें।
रूस ने Telegram और WhatsApp पर वॉइस व वीडियो कॉल्स को आंशिक रूप से प्रतिबंधित किया है।
यह प्रतिबंध 13 अगस्त 2025 को लागू किया गया।
सरकार का कहना है कि इन ऐप्स का इस्तेमाल धोखाधड़ी, वसूली और सुरक्षा-खतरों में बढ़ रहा है।
हां, WhatsApp की पैरेंट कंपनी Meta को रूस में चरमपंथी संगठन घोषित किया गया है।
रूस ने "Max" नामक नया सरकारी मैसेंजर लॉन्च किया है, जो सरकारी सेवाओं से जुड़ा है।
हां, नागरिक VPN का इस्तेमाल कर विदेशी प्लेटफॉर्म और ब्लॉक सर्विसेज तक पहुंचते हैं।
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