केंद्र सरकार ने RailYatri ऐप की कस्टोडियन फर्म पर डेटा लीक के लिए जुर्माना लगाया था। संसद को दी गई जानकारी में बताया गया है कि ऐप को जरूरी सिक्योरिटी उपाय करने के बाद बहाल किया गया था। इस ऐप का इस्तेमाल रेलवे की टिकट बुक कराने में किया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड IT स्टेट मिनिस्टर, Rajeev Chandrasekhar ने लोकसभा को एक लिखित उत्तर में
बताया कि पिछले वर्ष दिसंबर में इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम CERT-In की ओर से दी गई सूचना के बाद इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने रेलयात्री ऐप के खिलाफ कार्रवाई की थी। उन्होंने कहा, "IRCTC की ओर दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले वर्ष दिसंबर में CERT-In से रेलयात्री ऐप पर मौजूद डेटा के लीक होने की सूचना मिलने के बाद इस ऐप पर टिकट बुकिंग की सुविधा रोक दी गई थी और इसकी कस्टोडियन फर्म पर जुर्माना लगाया गया था। ऐप को जरूरी सिक्योरिटी उपाय करने के बाद बहाल किया गया था।"
चंद्रशेखर ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में सरकारी संगठनों से जुड़े डेटा लीक के मामले क्रमशः 10, 5 और 7 हैं। उन्होंने कहा, "CERT-In की ओर से ट्रैक की गई जानकारी के अनुसार, पिछले पांच कैलेंडर वर्षों में डेटा लीक के कुल 47 और डेटा उल्लंघन के 142 मामले हुए हैं।" पिछले वर्ष CERT-In ने कानून के तहत ऐसे मामलों का पता चलने के छह घंटे के अंदर इसकी रिपोर्ट CERT-In को करने से जुड़ा निर्देश जारी किया था।
IRCTC जल्द ही वॉयस-बेस्ड ई-टिकटिंग का फीचर शुरू कर सकता है। इससे बोल कर टिकट बुक कराई जा सकेगी। यहअपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्लेटफॉर्म 'Ask DISHA' का ट्रायल कर रहा है। इससे कस्टमर्स वॉयस कमांड्स देकर टिकट बुक करा सकेंगे। इसके साथ ही
IRCTC ने प्रति दिन की ऑनलाइन टिकटिंग क्षमता भी बढ़ाने की योजना बनाई है। Ask DISHA को बेंगलुरु के स्टार्टअप CoRover के साथ मिलकर डिवेलप किया गया है। इस प्लेटफॉर्म के जरिए कस्टमर्स एक OTP वेरिफिकेशन लॉग-इन के साथ टिकट बुक कर सकते हैं और अन्य सहायता ले सकते हैं। इसमें यूजर्स को IRCTC के लॉग-इन और पासवर्ड की जरूरत नहीं होती। चैटबॉट Ask Disha 2.0 के जरिए पैसेंजर्स टेक्स्ट या वॉयस कमांड्स का इस्तेमाल कर टिकट बुक करा सकेंगे। इस पर टिकट कैंसल करने और कैंसल किए गए टिकट के रिफंड की स्थिति भी पता चल सकेगी।