पिछले साल के आखिर में सरकार ने कई चीनी डेवलपर्स को उनके ऐप्स बैन कर बड़ा झटका दिया था। सरकार ने भारतीय डेवलपर्स को प्रोत्साहन देने के लिए आत्मनिर्भर भारत कैंपेन भी शुरू किया। अब एक भारतीय डेवलपर Aprameya Radhakrishna ने अपनी टीम के साथ मिलकर Koo ऐप बनाया है, जो ट्विटर (Twitter) का भारतीय विकल्प है। बता दें कि इस भारतीय ऐप को प्रोमोट करने के लिए कई भारतीय हस्तियां सामने आई हैं।
Koo को Twitter के भारतिय विकल्प के तौर पर शुरू किया गया है। ऐप को आत्मनिर्भर भारत कैंपेन का सपोर्ट मिल रहा है। कई बड़े नेता और लोकप्रिय हस्थियां इस ऐप के लिए साइन-अप कर रही हैं और लोगों को इसे सपोर्ट करने का आग्रह भी किया जा रहा है। इनमें केंद्रिय मंत्री रवि शंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad), पीयूष गोयल (Piyus Goyal), आईएस ऑफिसर सोनल गोयल(IAS Officer Sonal Goel) जैसे बड़े नाम शामिल है। इतना ही नहीं, MeitY (मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी), इंडिया पोस्ट (India Post), माईगॉव (MyGov) ने भी Koo में अपने अकाउंट बना लिए हैं।
माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट और ऐप Koo (What is koo App) नया नहीं है। इसकी शुरुआत मार्च 2020 में Aprameya Radhakrishna और Mayank Bidawatka (Who Made Koo App) द्वारा की गई थी। हालांकि अब दिग्गज भारतीय नेताओं और बड़े मंत्रालयों द्वारा इसके प्रचार करने के बाद Koo को लोग जान रहे हैं। ऐप को भारतीय तड़का देने के लिए इसमें हिंदी के साथ-साथ, बंगाली, गुजराती, तेलुगू, कन्नड, तमिल, मलयाली, मराठी, पंजाबी, असमिया और उड़िया भाषाओं का सपोर्ट भी शामिल किया गया है।
Koo में अधिकतम 400 अक्षरों तक के छोटे पोस्ट लिख सकते हैं। पोस्ट में ऑडियो मैसेज, वीडियो, लिंक और तस्वीरों को भी साझा किया जा सकता है। Koo को
Google Play और
Apple App Store दोनों प्लेटफॉर्म के जरिए डाउनलोड (How to Download Koo App) और इंस्टॉल किया जा सकता है। Google Play पर ऐप को की रेटिंग 4.7 है और खबर लिखने तक यह रेटिंग 55,194 लोगों द्वारा किया जा चुका था। ऐप को 10 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। वहीं, App Store पर ऐप की रेटिंग 4.2 है।