हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बयान दिया था कि उनके मंत्रालय ने आग की घटनाओं में शामिल ई-स्कूटर कंपनियों के सीईओ और एमडी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
DRDO द्वारा की गई एक जांच में संगठन ने बैटरी में बड़ी दिक्कत देखी थी। एजेंसी ने साफ किया कि Okinawa Autotech, Pure EV, Jitendra Electric Vehicles, Ola Electric और Boom Motors जैसे इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स निर्माताओं ने लागत में कटौती के लिए लोअर ग्रेड मैटेरियल का इस्तेमाल किया हो सकता है।
Pure EV के इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की यह पांचवीं घटना है। पिछले हादसा पिछले महीने हैदराबाद से रिपोर्ट किया गया था। प्योर ईवी ने अप्रैल में 2,000 इलेक्ट्रिक स्कूटरों को वापस भी मंगाया था।
बीते कुछ महीनों में Ola Electric, Pure EV, Okinawa, Jitendra EV जैसे ब्रांड्स के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में आग लगने की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं, जिसे लेकर सरकारी जांच भी चल रही है।
मार्च 28 को तमिल नाडु में भी एक स्कूटर में आग लगने की घटना हुई थी, जिसके अगले ही दिन 29 मार्च को चेन्नई में Pure EV के इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगी थी।
इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। पिछले साल सितंबर में, Pure EV के दो स्कूटरों में भी आग लग गई थी, इसके बाद अक्टूबर में Okinawa के इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की खबर आई थी।