सरकार द्वारा लॉन्च Aarogya Setu App भारत में मौजूद 50 करोड़ स्मार्टफोन यूज़र्स के लिए ज़ारी किया गया था, लेकिन केवल 9 करोड़ स्मार्टफोन यूज़र्स ने ही अब तक इसे अपने फोन में डाउनलोड किया है।
Aarogya Setu Interactive Voice Response System (IVRS) एक टोल-फ्री सर्विस है जो कि पूरे देश में उपलब्ध है। इस सर्विस के लिए नागरिकों को एक टोल-फ्री नंबर पर मिस्ड कॉल करनी है, वो नंबर है '1921'।
हाल ही में एक फ्रांसीसी हैकर ने दावा किया कि Aarogya Setu ऐप में एक "सिक्योरिटी लूपहोल" है, जिसने करोड़ों भारतीयों की प्राइवेसी को दांव पर लगा दिया है। हालांकि सरकार ने इस दावे को सिरे से नाकार दिया है।
Aarogya Setu ऐप भारत में रिकॉर्ड तोड़ तरीके से सबसे ज्यादा डाउनलोड किया गया है। लॉन्च के कुछ दिनों के भीतर ही भारत भर में ऐप को करोड़ो बार डाउनलोड कर लिया गया है।
यूज़र्स को जल्द ही अपना फोन पहली बार सेट करते समय Aarogya Setu ऐप पर अनिवार्य रूप से रजिस्टर करना पड़ सकता है। यह कदम देश में बेचे जाने वाले सभी फोन के लिए लागू किया जाएगा, जब देश में स्मार्टफोन की बिक्री शुरू हो जाएगी।
Aarogya Setu ऐप किसी यूज़र के स्थान और ब्लूटूथ डेटा का उपयोग उन्हें यह बताने के लिए करता है कि वे सुरक्षित स्थान पर हैं या नहीं। यह यूज़र्स को यह भी बताता है कि क्या वे किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हैं जो कोरोनावायरस के लिए पॉजिटिव आया हो।
Aarogya Setu को 2 अप्रैल को लॉन्च किया गया था और लॉन्च के 13 दिन के अंदर ही इस ऐप को 5 करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है। जल्द ही इस ऐप को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ अपग्रेड किया जाएगा।
Aarogya Setu ऐप को भारत सरकार ने 2 अप्रैल को लॉन्च किया था। यह ऐप कोरोनावायरस संक्रमण को ट्रैक करने के लिए बनाई गई है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को किए राष्ट्र संबोधन के बाद 24 घंटे के भीतर इसे एक करोड़ नए यूज़र्स ने डाउनलोड किया है।